बिहार के ‘मरीन ड्राइव’ का काम 15 नवंबर से फिर पकड़ेगा रफ्तार, जानिए जेपी गंगा पथ के बारे में

JP Ganga Path project : दीघा और नासरीगंज के बीच नदी के तट पर 20.5 किमी लंबे जेपी गंगा पथ की परिकल्पना 2010 के आसपास की गई थी। फिर ये पटना के विकास को लेकर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के विजन 2021 का हिस्सा बन गया। इसकी आधारशिला सीएम नीतीश कुमार ने 2013 में रखी थी।

पटना : बिहार के अपने ‘मरीन ड्राइव’ का काम फिर तेजी से रफ्तार पकड़ेगा। हम बात कर रहे हैं गंगा ड्राइव-वे के नाम से मशहूर जेपी गंगा पथ प्रोजेक्ट (JP Ganga Path Project) की, जिसका काम 15 नवंबर से फिर पूरे जोर-शोर से शुरू होगा। जानकारी के मुताबिक, गंगा के जल स्तर में उफान के बाद काम प्रभावित हुआ था। हालांकि, अब जल स्तर गिर रहा है, जिससे एक बार फिर प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ेगा। परियोजना की नोडल एजेंसी बिहार राज्य सड़क विकास निगम लिमिटेड (BSRDCL) के प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने इसको लेकर अहम जानकारी दी है।

2024 तक प्रोजेक्ट को पूरा करने का टारगेट
संजय कुमार ने टीओआई को बताया कि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) से गाय घाट तक की सड़क अगले साल मार्च तक तैयार होने की संभावना है। पूरे प्रोजेक्ट को जून, 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। गंगा के जल स्तर में वृद्धि के कारण मानसून के मौसम में काम रोक दिया गया था। हालांकि, जल स्तर कम हो गया है और छठ त्योहार का भी समापन हो गया है। अब ठेकेदारों को 15 नवंबर से काम फिर से शुरू करने के लिए कहा गया है। मशीनरी और वर्कर्स के जुटने का सिलसिला शुरू हो गया है।

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सीएम नीतीश की ड्रीम प्रोजेक्ट है गंगा पथ परियोजन
दीघा और नासरीगंज के बीच नदी के तट पर 20.5 किमी लंबे जेपी गंगा पथ की परिकल्पना 2010 के आसपास की गई थी। फिर ये पटना के विकास को लेकर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के विजन 2021 का हिस्सा बन गया। इसकी आधारशिला सीएम नीतीश कुमार ने 2013 में रखी थी। दीघा और पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) के बीच गंगा पथ के पहले फेज का उद्घाटन सीएम नीतीश ने इसी साल 24 जून को किया था।

अभी तक कितना हुआ काम जानिए
प्रोजेक्ट का पहला चरण 7.4 किमी लंबा है, जिसमें से 6.5 किमी सेमी एलिवेटेड स्ट्रक्चर है। इसे गंगा के किनारे 13 मीटर ऊंचा बांध बनाकर तैयार किया गया है। गंगा ड्राइव-वे के फर्स्ट फेज ने पहले ही शहर में यातायात को काफी हद तक कम कर दिया है। 40 मीटर चौड़ी सड़क के साथ-साथ 5 मीटर चौड़े पैदल रूट ने राजधानी में गाड़ियों की आवाजाही को एक आसान विकल्प प्रदान किया है। अब लोग दीघा और गांधी मैदान के बीच भीड़भाड़ वाले अशोक राजपथ पर जाने से बचते हैं। इसके बजाय गंगा पथ का रूट लेते हैं।

राजधानी की सड़कों पर ट्रैफिक का बोझ होगा कम
बीएसआरडीसीएल के प्रबंध निदेशक ने कहा कि दूसरे फेज के तहत, पटना शहर के नौजर घाट के साथ-साथ पीएमसीएच से भी काम प्रगति पर है। पीएमसीएच और गाय घाट के बीच का स्ट्रेच अगले साल मार्च तक पूरा होने वाला है, नुजार घाट तक का भी विस्तार होगा इसी दौरान जून तक पूरा हो जाएगा। मेन ड्राइव-वे के अलावा, इस प्रोजेक्ट में सात अप्रोच रोड के निर्माण की भी परिकल्पना की गई है। जिनमें से एक गांधी मैदान के पास एएन सिन्हा सामाजिक अध्ययन संस्थान में पहले ही पूरा हो चुका है।