अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी में वीरवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में एसडीएम बल्ह स्मृतिका नेगी ने मुख्य रूप से शिरकत की। वहीं विशेष अतिथि के रूप में नेरचौक मेडिकल कॉलेज की ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ ऋचा ठाकुर व एडोवोकेट गीतांजलि शर्मा मौजूद रही।
मुख्यतिथि स्मृतिका नेगी ने अपने संबोधन में कहा कि जिस तरह एक कामयाब पुरुष के पीछे एक महिला का हाथ होता हैं। वहीं एक कामयाब महिला के पीछे भी एक पुरुष का हाथ होता हैं। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उनके भाई हमेशा उनकी सपोर्ट करते थे। उन्होंने बेटियों को सपने कुचलने की बजाए उन्हें पूरा करने का सुझाव दिया।
स्मृतिका नेगी ने कहा आने वाले समय मे महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा, तभी वह अच्छे से जीवन व्यतीत कर सकती हैं। इस दौरान उन्होंने अपनी जिंदगी के भी कई अनुभव सांझा किए। सरदार पटेल यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न प्रकार की रंगोली व चित्रकला के माध्यम से महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया।
वहीं इससे पूर्व कार्यक्रम में पहुंचने पर सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के कुलपति देवदत्त शर्मा ने मुख्य अतिथि स्मृतिका नेगी व डॉ ऋचा ठाकुर सहित एडवोकेट गीतांजलि शर्मा को शॉल टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में डॉ ऋचा ठाकुर सहित एडोवोकेट गीतांजलि शर्मा ने अपने संबोधन में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया। महिलाएं कैसे आत्मनिर्भर बने इसको लेकर भी जानकारी दी।’
बता दे कि हर साल 8 मार्च को पूरे विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। वर्ष 1911 में पहला अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया था, तब से इसे पूरे विश्व भर में मनाया जाता है। हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यूएन द्वारा एक थीम दी जाती है। इस साल की थीम डिजिट ऑल इन्नोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फॉर जेंडर इक्वलिटी रखी गई है।