अभिषेक बच्चन और यामी गौतम की ‘दसवीं’ भले ही दो महीने पहले रिलीज हुई हो, लेकिन इसका असर अभी भी बना हुआ है. कथित तौर पर इस फिल्म से प्रेरित होकर, आगरा जेल में बंद 12 कैदियों ने पढ़ाई जारी रखी और अपनी बोर्ड की परीक्षा पास की. बता दें, ‘दसवीं’ की शूटिंग और स्क्रीनिंग जेल में ही हुई थी. यही कारण है कि कहा जा रहा है कि इस फिल्म का असर जेल के कैदियों की असल ज़िंदगी पर हुआ है.
फिल्म में ‘गंगा राम चौधरी’ (अभिषेक बच्चन) ने एक अनपढ़, भ्रष्ट और दिल से देसी राजनेता की भूमिका निभाई, जो जेल में नई चुनौती का सामना करता है और शिक्षित होने की दिशा में अपना कदम बढ़ाता है. निम्रत ने चौधरी की पत्नी बिमला देवी की भूमिका निभाई, जो उनकी मुख्यमंत्री की सीट संभालती है. इस फिल्म में यामी ने आईपीएस अधिकारी ज्योति देसवाल की भूमिका निभाई.
वरिष्ठ अधीक्षक वीके सिंह ने पीटीआई से कहा, ‘दसवीं कक्षा में तीन कैदियों ने प्रथम श्रेणी रैंक हासिल की है, जबकि छह कैदियों को द्वितीय श्रेणी रैंक मिली है. इसके अलावा, कक्षा 12वीं में तीनों कैदियों को द्वितीय श्रेणी मिली है. कैदी जितेंद्र (64.83 प्रतिशत), अर्जुन (63.16) और शीलेष (62.83) फर्स्ट डिवीजन से पास हुए हैं. जबकि, राजेंद्र सिंह, विजय, प्रेमवीर, रमेश, धर्मेंद्र और वीरेंद्र सेकेंड डिवीजन पास हुए. इसी तरह इंटरमीडिएट में शिशुपाल सिंह, हरी सिंह और जितेंद्र ने द्वितीय श्रेणी में परीक्षा पास की है’
सिंह ने कहा, “यह हमारे और कैदियों के लिए खुशी का क्षण है, क्योंकि उन्होंने अपने दृढ़ निश्चय के साथ सलाखों के पीछे परीक्षा पास की है. इससे अन्य कैदियों को भी प्रेरणा मिलेगी. पास होने वाले कैदी जब जेल से बाहर निकलेंगे, तो वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे. जेल में कैदियों के अध्ययन के लिए एक पुस्तकालय है, और जिन्हें अध्ययन में किसी भी मदद की आवश्यकता होती है, उन्हें स्नातकोत्तर कैदियों से मदद मिलती है”.
जेल के कैदियों के परीक्षा में पास होने पर अभिनेता और उनकी फिल्म की टीम ने अधीक्षक को बधाई संदेश भेजा है. अभिषेक बच्चन ने भी इसे सकारात्मक परिणाम बताया है. उन्होंने कहा कि उनकी फिल्म ‘दसवी’ को मिली प्रतिक्रिया ‘किसी भी पुरस्कार से बड़ी’ थी. वहीं फिल्म के निदेशक तुषार जलोटा ने कहा, ‘हम हमेशा चाहते थे कि ऐसी फिल्म हो जो शिक्षा के महत्व को प्रसारित करे. यह हमारे लिए अनूठा अनुभव रहा.’
गौरतलब हो कि केंद्रीय कारागार में फरवरी और मार्च 2021 में फिल्म दसवीं की शूटिंग हुई थी. इसके बाद टीम बंदियों को पढ़ने के लिए किताबें देकर गई थी. बताया जा रहा है कि इसका असर बंदियों पर पड़ा.
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