घर और बंगलों का महंगे दामों में बिकना आम बात है लेकिन अगर आपको पता चले कि एक झोपड़ी करोड़ों के दाम में बिकने वाली है तो इस पर आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी? निश्चित आप हैरान होंगे और सोचेंगे कि आखिर एक झोपड़ी पर कोई इतने पैसे कैसे खर्च करना चाहेगा? तो चलिए हम आपको बताते हैं इस झोपड़ी के कीमती हो जाने का असल कारण.
झोपड़ी पर गिरा
दरअसल 2019 में आसमान से एक उल्कापिंड नीचे धरती पर गिरा था. उल्कापिंड जिस जगह गिरा वहां एक डॉग हट था मतलब एक कुत्ते का झोपड़ीनुमा घर. इस झोपड़ी के ऊपर उल्कापिंड गिरा और इसमें छेद हो गया. कमाल की बात ये है कि अब इसी झोपड़ी की नीलामी होने वाली है और इसकी कीमत करोड़ों में है.
जी हां इस साधारण सी झोपड़ी की कीमत अब 2 करोड़ से ज्यादा हो गई है. इस झोपड़ी की नीलामी होने के साथ अंतरिक्ष से गिरे कुछ अन्य टुकड़ों की भी नीलामी की जाएगी.
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में एक उल्कापिंड कोस्टारिका के एगस जराकस में गिरा था. इस उल्कापिंड के गिरने की वजह से यहां मौजूद इस झोपड़ी के ऊपर सात इंच का एक छेद हो गया था. जिस समय ये उल्कापिंड झोपड़ी पर गिरा उस समय उसमें एक पालतू कुत्ता मौजूद था. राहत की बात ये रही कि उल्कापिंड के गिरने की वजह से झोपड़ी में मौजूद कुत्ते को कोई हानि नहीं हुई और वह सुरक्षित बच गया.
ये बात सभी जानते हैं कि अंतरिक्ष से गिरे उल्कापिंड अपने अंदर बहुत से रहस्य समेटे हो सकते हैं इसीलिए इनकी कीमत भी बहुत ज्यादा होती है लेकिन यहां कमाल की बात ये है कि क्रिस्टी न्यूयॉर्क सेल में इस छेद हुई झोपड़ी की कीमत यहां गिरे उल्कापिंड ज्यादा आंकी गई है.
वैज्ञानिकों ने इस बात को माना है कि विंचकॉम्ब में गिरा उल्कापिंड ब्रिटेन में मिला सबसे महत्वपूर्ण उल्कापिंड है. CM2 नाम से भी जाने जाने वाले इस उल्कापिंड में कार्बोनेसियस कोंड्राइट होता है. ये सौरमंडल में करीब 460 करोड़ साल पहले बना था. हर साल होने वाले मिटोरॉयट इवेंट कई तरह की आसमानी चीजों की नीलामी होती है.
इस बार भी यहां आसमानी चीजों की बिक्री होगी जिसमें 5 करोड़ 93 लाख से अधिक कीमत वाला 9 किलो का मार्टियन उल्कापिंड भी शामिल है. इस ज़्होमपड़ी से पहले भी उल्कापिंड कई मानव निर्मित चीजों पर गिर चुके हैं. इनमें अमेरिका के जॉर्जिया का एक लेटरबॉक्स भी शामिल है, जो कि उल्कापिंड के गिरने से फट गया था.
इसके अलावा 1992 में न्यूयॉर्क में एक उल्कापिंड एक कार पर गिरा था. उल्कापिंड गिरे लेटरबॉक्स को जहां 62 लाख रुपए में नीलाम किया गया वहीं उस कार को 20 साल बाद 1 करोड़ 20 लाख में बेचा गया जिस पर उल्कापिंड गिरा था.