पालतू पशुओं और उनके मालिकों के बीच के भावुक जज्बातों को ओर अधिक मजबूती देने की दिशा में स्थानीय लोगों ने एक अनोखी पहल की शुरुआत की है। 12 मार्च को जहां एक ओर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री की उपस्थिति में देश के कोने कोने से धावक अपने वर्चस्व का परिचय देगें। वहीं दूसरी और सिस्सू में ही देश की पहली स्नो डॉग्स रेस ‘स्नो टेल्स लाहौल’ में पशु प्रेमियों का एक समूह भी देश के लिये एक अनूठी उदाहरण पेश करेगा।
बर्फ से ढ़की चादर में एक किलोमीटीर की इस रेस में मालिक अपने कुत्ते के साथ दौड़ेंगें। बता दें कि यह आयोजन मनाली के अवारा पशुओं के कल्याण के लिये प्रयासरत स्वयंसेवी संस्था ‘मनाली स्ट्रेज’ द्वारा आयोजित किया जा रहा है। स्नोटेल्स डाॅट इन पर रजिस्ट्रेशन करवा कर आयोजक शहर और प्रदेश के पैट लवर्स को अपने कुत्तों के साथ दौड़ का न्यौता दे रहे हैं।
यह चैरिटी संस्था मनाली स्ट्रेज मनाली के अवारा पशुओं के लिये रेस्कयू (बचाव), मेडिकल केयर, वैक्सीनेशन और स्टेयरलाईजेशन (नसबंदी) के अभियान चलाकर असंख्य अवारा पशुओं की दशा सुधारने में अपना योगदान दे चुकी है। अवारा पशुओं विशेषकर कुत्तों के प्रति बढ़ती क्रूरता के चलते मनाली स्ट्रेज असतत्वि में आई जो अपने अवेयरनेस प्रोग्राम्स के माध्यम से फंड्स इक्कठा कर उनके उत्थान में लगाती है। पहली स्नो डॉग्स रेस इसी दिशा में एक प्रयास है जो शहर के आवारा कुत्तों को पुनर्विासित करेगी।
स्नो टेल्स के संस्थापक गौरव शिमर ने बताया कि लाहौल की खूबसूरती के बीच स्नो टेल्स का आयोजन कुत्तों और उनके मालिकों के लिये एक सुखद अनुभव होगा। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि इस आयोजन को वर्ल्ड क्लास स्नो पैट स्पोर्टिंग इवेंट बनाना है, जिससे लोगों में पशु प्रेम की भावना को जागृत किया जा सके। संस्था के सह संस्थापक डाॅ. बैके और कमलेश ने बताया कि यह आयोजन पशु कल्याण की दिशा में एक सार्थक कदम होगा।
उम्मीद करते हैं कि अधिक से अधिक लोग इसका हिस्सा बनना चाहेंगें। एक अन्य पशु प्रेमी और स्थानीय रेमंड्स बेक शाॅप की सराह रेमंड भी इस आयोजन को लेकर अति उत्साहित है। उन्होंनें भाग लेने वाले पेट्स (कुत्तों) और उनके मालिकों के लिये तोहफों का विशेष प्रावधान रखा है। इस आयोजन को रीच इंडिया और गोल्डड्राॅप एडवेंचर का भी समर्थन प्राप्त है।