हिमाचल प्रदेश विवि के कुलपति का सेवा विस्तार अगर रद्द नहीं किया गया तो एनएसयूआई विवि सहित प्रदेश सरकार का भी घेराव करेगी। यह बात एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष तुषार स्तान ने शुक्रवार को सोलन में आयोजित पत्रकारवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि कुलपति के सेवा विस्तार को कतई सहन नहीं किया जाएगा। जब से उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति का पदभार संभाला है तब से लेकर आज तक छात्र हितों को दरकिनार किया गया है। तुषार ने कहा कि कुलपति बनाए जाने से पहले वे लगभग दो वर्षों तक भाजपा के एससी सेल के प्रदेशाध्यक्ष थे।
कुलपति बनाए जाने के बाद भी एनएसयूआई ने इसका पुरजोर विरोध किया था। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद छात्रों के भविष्य से केवल खिलवाड़ किया जा रहा है। प्रोफेशनल कोर्स के एग्जाम कंडक्ट नहीं करवाए जा रहे हैं, जिससे इन छात्रों का भविष्य दांव पर है। इसके अलावा जिनके परीक्षा परिणाम जारी भी किए जा रहे हैं उसको लेकर भी छात्रों में असमंजस हैं। कुलपति विवि प्रशासन पर अपनी पकड़ बनाए रखने में नाकाम साबित हुए हैं। लगातार फीस वृद्धि की जा रही है। री-अपीयर एग्जाम के लिए फीस को एकाएक बढ़ाकर 5 हजार रुपए कर दिया गया है और गोल्डन चांस के लिए भी फीस को 25 हजार तक किया गया है। यह सरासर विद्यार्थियों के साथ अन्याय है। एनएसयूआई जिलाध्यक्ष ने मांग की कि इन फीस वृद्धियों को तुरंत वापस लिया जाए और रूसा में एग्जाम देने वाले बच्चों के लिए रि-असेस्मेंट को भी खोला जाए। इस अवसर पर केतन ठाकुर, महक, अक्षय व अन्य मौजूद रहे।