खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने कहा कि डिपुओं में गुणवत्ता पूर्ण राशन लोगों को मुहैया करवाना प्राथमिकता है। डिपो धारकों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अगर डिपो में कोई भी सामान खराब पहुंचता है तो उसे उपभोक्ताओं को न दें और वापस करें।
हिमाचल प्रदेश के डिपुओं में एपीएल परिवारों को सरकार की ओर से खाद्य तेल पर 10 रुपये प्रति लीटर और बीपीएल परिवारों को 20 रुपये बढ़ा हुआ उपदान सितंबर से मिलना शुरू हो जाएगा। इससे पहले यह उपदान पांच और 10 रुपये था। स्वतंत्रता दिवस पर सीएम जयराम ठाकुर ने इसे दोगुना करने की घोषणा की थी। बढ़ती हुई महंगाई में गरीबी रेखा के नीचे के परिवारों के लिए यह उपदान राहत का कार्य करेगा। खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने कहा कि डिपुओं में गुणवत्ता पूर्ण राशन लोगों को मुहैया करवाना प्राथमिकता है।
डिपो धारकों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अगर डिपो में कोई भी सामान खराब पहुंचता है तो उसे उपभोक्ताओं को न दें और वापस करें। अगर फिर भी किसी डिपो से किसी उपभोक्ता को खराब सामान दिया जाता है तो वो इसकी सीधी शिकायत उनसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आटे की जितनी जरूरत है, उतना उत्पादन नहीं है। इसलिए आटे की खरीद बाहर से की जाती है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि इसकी गुणवत्ता के साथ समझौता हो। गर्ग ने बताया कि सितंबर माह से एपीएल और बीपीएल परिवारों के लिए बढ़ाए गए उपदान के अनुसार खाद्य तेल नई कीमतों पर दिया जाएगा। जुलाई माह में जो तेल का कोटा नहीं मिला है, वो इस माह एक साथ दिया जाएगा। नए टेंडर होने के कारण डिपुओं में तेल का कोटा नहीं पहुंचा था।
प्रदेश में कम हुआ गेहूं उत्पादन
गर्ग ने कहा कि इस साल प्रदेश भर में गेहूं का उत्पादन कम हुआ है। यहीं कारण है कि मजारी अनाज खरीद केंद्र पर भी गेहूं कम पहुंचा है। उन्होंने माना कि जिले में केंद्र पंजाब सीमा पर है। वहीं गेहूं का अधिक उत्पादन होता है। जिले में हर जगह खरीद केंद्र खोलना संभव नहीं है
चार्जशीट पर बोले मंत्री, आरोप लगते रहते हैं
पत्रकार वार्ता में मंत्री से प्रश्न पूछा गया कि कांग्रेस ने चार्जशीट तैयार की है, उसमें आप पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं तो क्या वो सही हैं। मंत्री गर्ग ने जवाब में कहा कि राजनीति में आरोप लगते रहते हैं, साबित भी होने चाहिए।