पीडब्ल्यूडी में हुए तबादलों में अनियमितता को लेकर सीएम योगी की तरफ से जांच कराई गई थी, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी अनिल कुमार पांडेय पर कार्रवाई करते हुए उन्हें हटा दिया गया था। इसके साथ ही भारत सरकार से प्रतिनियुक्ति पर आए अनिल कुमार पांडेय के खिलाफ विजिलेंस जांच और विभागीय कार्रवाई की संस्तुति भी की गई।
हाइलाइट्स
दरअसल, पीडब्ल्यूडी में हुए तबादलों में अनियमितता को लेकर सीएम योगी की तरफ से जांच कराई गई थी, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी अनिल कुमार पांडेय पर कार्रवाई करते हुए उन्हें हटा दिया गया था। इसके साथ ही भारत सरकार से प्रतिनियुक्ति पर आए अनिल कुमार पांडेय के खिलाफ विजिलेंस जांच और विभागीय कार्रवाई की संस्तुति भी की गई।
डॉक्टर्स के तबादले के बाद पीडब्ल्यूडी में इंजीनियरों के ट्रांसफर में अनियमितता का मामला सामने आया था। बीते दिनों इसे लेकर जमकर बवाल मचा था। विभाग में ऐसे-ऐसे लोगों का तबादला भी कर दिया गया था, जो अब जिंदा भी नहीं थे। तीन साल पहले मर चुके जूनियर इंजिनियर घनश्याम दास का तबादला झांसी कर दिया गया था। इसी तरह से एक शख्स राजकुमार का तबादला इटावा से ललितपुर जिले में कर दिया गया था। बाद में पता चला कि राजकुमार नाम का कोई शख्स विभाग में नहीं है। ऐसे ही कई कर्मचारियों का तबादला तब बहुत दूर कर दिया गया, जब वे एक-दो साल के अंदर ही रिटायर होने वाले थे। पीडब्ल्यूडी में 350 से अधिक अभियंताओं का ट्रांसफर हुआ था।