कभी साइकिल पर गुड़ बेचना पड़ा था, ऐसा बिज़नेस आईडिया आया की आज 20 करोड़ रु का व्यवसाय हो गया

: अपने जीवन में हर कोई अच्छा करना चाहता है और बहुत पैसे भी कामना चाहता है, परन्तु यह सपने हर किसी के पूरे नहीं हो पाते है। सपने केवल उसके ही पूरे होते हैं, जो सही आईडिया के साथ पूरी लगन से मेहनत करता है। किसी ने ठीक ही कहा है की मेहनत करने वाकों की कभी हार नहीं होती और एक दिन सफलता जरूर प्राप्त हो जाती है। इसका उदाहरण महाराष्ट्र के खलकर बंधु हैं।

एक वक़्त साइकिल पर गुड़ बेचने का काम (Jaggery Selling Business) करने वाले खालकर ने अब इसी काम से करोड़ों का बिज़नेस एम्पायर खड़ा कर दिया है। कभी अपने शहर की सड़क पर साइकिल (Cycle) पर गुड़ बेचने का काम किया करते थे और आज वही खालकर 28 अलग-अलग देशों की यात्रा करते हैं।

हालिया समय में उनके व्यवसाय का सालाना टर्नओवर 20 करोड़ रुपये है। यहाँ तक पहुँचने के लिउए उन्होंने बहुत मेहनत की और बहुत कुछ सहा है, तब जाकर इस मुकाम को हासिल कर पाए हैं। महाराष्ट्र (Maharashtra) में पुणे जिले के अम्बेगांव तालुका के पास का एक गाँव है। इसी गाँव में ही अमित और अनिकेत खलकर (Amit and Aniket Khalkar) का जन्म एक सामान्य किसान परिवार (Farmer Family) में हुआ था।

अनिकेत पढ़ाई में भी बढ़िया रहे

पिता ने दोनों को अच्छी शिक्षा मुहैया करवाई। अनिकेत पढ़ाई में काफी अच्छे थे। अनिकेत (Aniket Khalkar) ने स्कूल के बात सिविल इंजीनियरिंग में दाखिला ले लिया और अपनी पढाई पूरी कर ली। अनिकेत अपनी पढ़ाई के दौरान कुछ ना कुछ कोशिश किया करते थे। वे अपने जीवन में कुछ और बढ़िया करना चाह रहे थे।

अनिकेत को पढाई के साथ साथ काम करने का भी बहुत शौक रहा था। वे 16 साल की उम्र में ही गुड़ के बिज़नेस में उतर गए थे। किसान होने के कारण वह खेती किसानी से जुड़ा व्यवसाय करना चाहते थे। ऐसे में उन्होंने गुड़ का काम शुरू करने का मन बनाया था।

 

उस वक़्त उन्होंने साइकिल पर भी गुड़ बेचा (Jaggery Selling on Cycle)। इतने छोटे लेवल का काम अब विदेश तक जा पहुंचा है। उन्होंने अपने गुड़ के व्यापार से करोडो रुपये अर्जित (Earning in Crore) किये है और कर रहे हैं।

गन्ना किसानों को अपने साथ जोड़ा और चेन बनाई

उन्होंने अपने गुड़ के कारोबार को फैलाने के लिए किसानों को अपने साथ जोड़ा और एक चेन बनाई, जिससे वे स्थानीय किसानों से गुड़ उत्पादन के लिए गन्ना लेते हैं। फैक्ट्री उन्हें 2,200-2,500 रुपये प्रति तन की कीमत देती है। अनिकेत और अमित उन किसानों को 3,000 रुपये प्रति टन की कीमत अदा करते हैं। अनिकेत के पास 6 गुड़ उत्पादन प्लॉट हैं, जिनसे उन्होंने 300 गन्ना उत्पादकों का नेटवर्क स्थापित कर लिया है।

गौरी गुड़ ब्रांड आज विदेशो में गुड़ एक्सपोर्ट कर रहा

अब खलकर भाई (Khalkar Brothers) अपने ब्रांड गौरी (Gauri Foods Products) के नाम से देश और विदेश में गुड़ बेच रहे हैं। गौरी गुड़ भारत के अलावा 28 अलग-अलग देशों में बेचा जा रहा है।

इसके अलावा दोनों भाई एक आयरिश कंपनी के साथ मिलकर पैकेज्ड पेयजल का भी उत्पादन करते हैं। अब उन्होंने गौरी ऑटोमोबाइल्स (Gauri Automobiles) के नाम से वाहनों की बिक्री में भी एंट्री की है। समय के साथ बिज़नेस का विस्तार ही सही बिज़नेसमैन की निशानी हैं।