दुनिया अजीब रीति-रिवाज और परंपराओं से भरी पड़ी है. इस आधुनिक और तकनीकी से लैस संसार में आज भी ऐसे लोग हैं जो अपनी पुरानी परंपराओं में जी रहे हैं. उनका रहने का तरीका और परंपराएं इतनी खतरनाक हैं कि जिनके बारे में सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. आइए जानते हैं दुनिया के कुछ ऐसे ही रीति-रिवाजों के बारे में, जो आपको हैरानी में डाल सकते हैं: (सभी फोटो-AP)
इंडोनेशिया की दानी जनजाति में अंगुली काटने की प्रथा प्रचलित है. जब परिवार के किसी सदस्य की मौत हो जाती है तो महिलाओं को अपनी अंगुली का थोड़ा सा हिस्सा काटना पड़ता है. हालांकि, पिछले कुछ साल से यह प्रथा यहां प्रतिबंधित कर दी गई है, लेकिन यहां के कुछ बुजुर्ग लोग अब भी इन परंपराओं को मानते हैं.
महाराष्ट्र में बारिश न होने या कम होने पर एक बड़ा ही अजीब सा उपाय निकाला जाता है. यहां वर्षा कराने के लिए इंद्र देवता को प्रसन्न करने हेतु मेंढकों की शादी करवा कर उन्हें तालाब में छोड़ दिया जाता है.
चीन में पति को अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर जलते हुए कोयले पर नंगे पैर चलना होता है. माना जाता है कि ऐसा करने से डिलिवरी आसानी से होती है.
दक्षिणी केन्या उत्तरी तंजानिया में मसाकी नामक जंगली जनजाति के लोग विभिन्न शुभ अवसरों पर गाय का खून पीते हैं. बच्चे के जन्म और शादी ब्याह में ऐसा देखने को मिलता है. यहां पहले ये लोग गाय को एक तीर से घायल करते हैं और फिर चूसकर उसका खून पीते हैं. इस दौरान गाय की मौत नहीं होनी चाहिए, इस बात का खास ख्याल रखा जाता है.
मलेशिया और इंडोनेशिया में तिदोंग जनजाति में शादी से जुड़ा एक विचित्र रिवाज है. नए दंपती को तीन दिनों तक बाथरूम के इस्तेमाल पर रोक होती है. यानी इस दौरान न वे पेशाब न शौच करने जाते हैं औ न नहाते हैं. ऐसी मान्यता है कि इससे वैवाहिक जीवन में सुख शांति रहती है.
जापान में पीनिस फेस्टिवल खासा प्रचलित है. इस उत्सव को कानामारा मात्सुरी के नाम से भी जाना जाता है. श्रद्धालु लिंग के आकार की एक प्रतिमा को लेकर कावासाकी, जापान की गलियों में परेड निकालते हैं. यह त्योहार हर साल अप्रैल के पहले रविवार को मनाया जाता है.
तिब्बत में किसी के मरने के बाद शव को घसीटकर एक विशेष पर्वत पर ले जाते हैं और उसको टुकड़ों में काटकर पंचतत्च में विलीन होने के लिए छोड़ देते हैं. बौद्ध धर्म का पालन करने वाले यहां के लोगों का मत है कि मृत्यु के बाद व्यक्ति का शरीर किसी काम का नहीं रहता. इसलिए बेहतर है कि इसे जानवरों का भोजन बनाकर दयालुता का धर्म निभाया जा सके.
कम्बोडिया में पिता अपनी बेटियों के लिए वह करते हैं जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते. लड़कियों के पीरिएड्स शुरू होते ही यानी 13 से 15 साल की उम्र में उनके लिए अलग झोपड़ियां बना दी जाती हैं. इसे लव हट कहा जाता है. परिवार वाले लड़की को अपना पति चुनने के लिए लड़कों से संबंध बनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. जब तक पसंद का लड़का मिल नहीं जाता तब तक लड़की किसी लड़के से संबंध बना सकती है.
मेडागास्कर की मालागासी जनजाति में ‘फामादिहाना’ नाम का रिवाज पाया जाता है. हर सात साल पर वहां इसे मनाया जाता है. वे अपने पूर्वजों के शव को निकालकर उसको नए कपड़े में फिर से लपेटते हैं. फिर संगीत के बीच कब्र के चारों तरफ नाचते हैं. माना जाता है ऐसा करने से उनके पूर्वज उन्हें सुखी और संपन्न रहने का आशीर्वाद देते हैं.
अफ्रीका के इथोपिया में मुर्सी जनजाति के लोगों में शादी के लिए अजीब नियम है. शादी के लिए यहां लोग आपस में खूनी लड़ाई लड़ते है. ये लड़ाई डंडों से होती है. जब तक अगले की मौत ना हो जाए ये लड़ाई चलती है. इसमें जो लड़का लड़ाई जीतना है उसकी सबसे सुंदर लड़की से शादी होती है. इसके पीछे इनका मानना है कि ये हक की लड़ाई है.
अफ्रीका के इथोपिया में मुर्सी जनजाति के लोगों में शादी के लिए अजीब नियम है. शादी के लिए यहां लोग आपस में खूनी लड़ाई लड़ते है. ये लड़ाई डंडों से होती है. जब तक अगले की मौत ना हो जाए ये लड़ाई चलती है. इसमें जो लड़का लड़ाई जीतना है उसकी सबसे सुंदर लड़की से शादी होती है. इसके पीछे इनका मानना है कि ये हक की लड़ाई है.
मेडागास्कर की मालागासी जनजाति में ‘फामादिहाना’ नाम का रिवाज पाया जाता है. हर सात साल पर वहां इसे मनाया जाता है. वे अपने पूर्वजों के शव को निकालकर उसको नए कपड़े में फिर से लपेटते हैं. फिर संगीत के बीच कब्र के चारों तरफ नाचते हैं. माना जाता है ऐसा करने से उनके पूर्वज उन्हें सुखी और संपन्न रहने का आशीर्वाद देते हैं.