शिमला। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने गृह मंत्रालय द्वारा राजीव गांधी फाउंडेशन एवं ट्रस्ट के लाइसेंस रद्द करने को सही करार दिया है। उन्होंने कहा कि एफसीआरए एक्ट के तहत राजीव गांधी फांउडेंशन एवं राजीव गांधी ट्रस्ट, सोनिया गांधी इन दोनों एनजीओ की मुखिया हैं। इनका दोनों का लाइसेंस गृह मंत्रालय द्वारा रद्द करने पर खुशी जतायी है। अध्यक्ष ने कहा कि यह फाउंडेशन कांग्रेस के लिए धन उगाही का एक माध्यम था जिस पर आखिरकार गृह मंत्रालय ने प्रतिंबध लगा दिया।
सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की जननी है। इस एनजीओ और ट्रस्ट के काले कारनामों का भारतीय जनता पार्टी पहले भी खुलासा कर चुकी है। किसी तरह से इस ट्रस्ट को चाइनीज़ कम्यूनिस्ट पार्टी चाइनीज़ अम्बेसी की तरफ से फंड दिया गया था, लेकिन जब भारत और चीन के मध्य गलवान घाटी और डोकलाम में स्टेंड ऑफ हुआ था तो राहुल गांधी भारत की सरकार पर चीन के सामने घुटने टेकने का आरोप लगा रहे थे। इन खुलासों से यह सिद्ध हो जाता है कि चाइनीज़ सरकार के सामने किसने घुटने टेके थे।
अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तो देश विरोधी कार्यों में संलिप्त जाकिर नायक की इस्लामिक रिसर्च फांउडेशन से भी राजीव गांधी ट्रस्ट और एनजीओ के लिए 50 लाख से उपर की डोनेशन ली थी। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार के अधिन कार्य करने वाली इन दोनों संस्थाओं ने तो प्रधानमंत्री रिलीफ फंड से भी डोनेशन प्राप्त की। जिसकी स्थापना गरीबों एंव संकट ग्रस्त लोगों की सहायता के लिए की गई थी।
11 पीएसयू से दोनों एनजीओ को मिलते थे करोड़ों
सुरेश कश्यप ने कहा कि इन दोनों एनजीओ को 11 पीएसयू जिसमें कि एलआइसी सेल,गेल, एसबीआई, बैंस ऑफ महाराष्ट्र जैसे प्रतिष्ठित संस्थान पीएसयू से भी करोंडों रूपये की डोनेशन राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए प्राप्त की थी। सुरेश कश्यप ने आरोप लगाते हुए कहा कि 7 भारत सरकार के मंत्रालय से भी लोगों के खून पसीने की कमाई को भी गांधी परिवार की झोली में डाल दिया इससे सिद्ध होता है कि कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार भ्रष्टाचार और देशद्रोही गतिविधियों में शामिल रहा है और जनता के सामने अपने आप को हमेशा पाक-साफ बताने का ढोंग करते रहते हैं ,