नई दिल्ली. अगर आप भी कार के सफर को आसान और आरामदायक बनाना चाहते हैं तो आपकी कार में कुछ एक्सेसरीज होना बेहद जरूरी है. ज्यादातर कार कंपनी कारों के साथ एसेसरीज नहीं देती है. जिन्हें आप अपनी च्वाइस और जरूरत के हिसाब से खरीदते हैं. कई बार हम एक्सेसरीज चुनते वक्त गलतियां कर देते हैं, जिससे हमें बाद में परेशान होना पड़ता है. यहां आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आपको एक्सेसरीज का चुनाव करते वक्त कभी परेशानी नहीं होगी.
सबसे पहले ये देखना चाहिए कि क्या आपको कार में किस एक्सेसरीज की जरूरत है. कई बार कार में बेवजह की एक्सेसरीज लगवा लेते हैं. जैसे अगर आपकी कार में नेविगेशन और टेलीफोनी टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम है. यह ऐपल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो को भी सपोर्ट करता है, तो आपको मोबाइल माउंट की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए.
चेक करें कि आपकी कार के साथ क्या अच्छा लग रहा है?
आपने कई बार उन ओवर-एक्सेसराइज़्ड कारों को देखा होगा, जो कई आफ्टरमार्केट एक्सेसरीज से लदी हुई रहती हैं. कई कारें अच्छी लगती हैं, लेकिन कई कारों पर ज्यादा एक्सेसरीज सूट नहीं करती है. उदाहरण के लिए, अगर आप decals या रूफ रैप के लेने जा रहे हैं, तो आप चेक कर सकते हैं कि मैट फिनिश सबसे सूटेबल है या नहीं.
हमेशा अच्छी क्वालिटी की एक्सेसरीज ही लगावाएं
जब आप आफ्टरमार्केट एक्सेसरीज लगवाते हैं तो अपको ब्रांडेड सामान ही लगवाना चाहिए. आजकल कार निर्माता भी अपने मॉडल लाइन-अप के लिए बहुत सारे एक्सेसरीज और पैक उपलब्ध करा रहे हैं. ये उत्पाद मॉडल के समान और साइज के हिसाब से डिजाइन किए गए होते हैं. अगर आप आफ्टरमार्केट एक्सेसरीज लगवा रहे हैं तो पॉपुलर एक्सेसरीज ब्रांडों और वारंटी कवर के साथ आने वाले प्रॉडक्ट को ही प्राथमिकता देनी चाहिए.
फिनिशिंग और क्वालिटी का ध्यान जरूर रखें
एक्सेसरीज खरीदते वक्त उसकी क्वालिटी और फिनिशिंग का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. जिन उत्पादों को कार पर चिपकाने की आवश्यकता होती है, उनके रबड़ और गोंद मटेरियल की क्वालिटी को चेक करना चाहिए, क्योंकि ये अक्सर बाहर निकलने लगती हैं. यह सलाह दी जाती है कि इस मामले में एक्सेसरीज ब्रांड से ही सामान खरीदना चाहिए.