सोलन–कोरोना संकटकाल के चलते बागबानों को सेब की मार्केटिंग, ट्रांसपोर्टेशन, पेटियां, ट्रे और लेबर की उपलब्धता सहित अन्य सभी बातों को लेकर प्रदेश सरकार सजग है और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद सारी स्थिति पर नजर बनाए हुए है जो कि बागबानों के लिए राहत की खबर है। वहीं एपीएमसी द्वारा पहले से प्रदेश में सेब का कारोबार कर रही कंपनियों, बाहरी राज्यों से आने वाले बड़े आढ़तियों सहित अन्य कंपनियों और सेब कारोबारियों को भी लाने की पहल की जा रही है।( bloomberg) ब्लूम कंपनी के सीईओ नरेंद्र आनंद ने बताया कि सरकार और एपीएमसी के आह्वान पर इस सीजन में कोरोना संकट के चलते मार्केटिंग को लेकर बागबानों की चिंता को देखते हुए ब्लूम कंपनी ने नारकंडा में गत वर्ष से दोगुना कारोबार करने का फैसला लिया है।
कंपनी आठ से दस लाख बाक्स लेने की रूपरेखा तैयार कर रही है। बताते चले कि ब्लूम कंपनी बिग बाजार (future group ) की ही एक कंपनी है जिसके भारत वर्ष में लगभग 2100 आउटलेट है। नारकंडा के एकांतबाड़ी में ब्लूम फ्रूट प्राइवेट लिमिटेड एवं जेएमडी ब्लूम फ्रुट ट्रेडर द्वारा पिछले पांच वर्षों से सेब का कारोबार किया जा रहा है और बागबानों को सेब की गुणवता के आधार पर बेहतर रेट और समय रहते पेमेंट प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है। गत वर्ष भी कंपनी द्वारा लगभग पांच लाख पेट्यिं का कारोबार किया गया था।
उनका कहना है कि कोरोना के चलते किसानों को कोई भी सेब फसल को लेकर नुकसान ना हो इसके लिए हमारी कम्पनी लगातार कार्य कर रही है और किसानो को अछे दाम मिले इसके लिए हम बागवानों के बीच कार्य कर रहे है।
कोरोना के चलते जहां सबका जीवन अस्त व्यस्त है वहीं किसान बागवान लगातार प्रयास कर रहे है। मंडियों में जिस तरह से लोगों को सेबों के दाम मिल रहे है वैसे ही हम उनके सेब को ग्रेड के हिसाब से अछे दाम दे रहे है। बाहरी राज्यो के आढ़ती भी हमसे सेब के लिए सम्पर्क कर रहे है और इस बार कोरोना के बावजूद भी बाहरी राज्यो में सेब की मांग बढ़ रही है