कोई करता फूड डिलीवरी तो कोई प्राइवेट जॉब, हसरत बस यही…अग्निवीर बन देश की सेवा करूं

आगरा: आगरा के युवा आर्मी में भर्ती होने के लिए जमकर मेहनत कर रहे हैं. इनमें से कोई जोमैटो में काम करता है तो कोई प्राइवेट नौकरी. कई युवा ग्रामीण अंचलों से आते हैं. इन सब युवाओं का सपना है आर्मी में भर्ती होकर देश की सेवा करना. यही जुनून इन युवाओं को सुबह के 4:00 बजे सड़कों पर खींच लाता है. कई किलोमीटर की दौड़ और फिर हैवी एक्सरसाइज, इन युवाओं के रोज का रूटीन है. कह सकते हैं कि मेहनत की भट्टी में खुद को तपा कर ये युवा अग्निवीर बनने की राह पर निकल पड़े हैं. अग्निपथ स्कीम के रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं और जल्द ही आर्मी की भर्ती होने वाली है.

4 साल की हो या 40 साल की देश सेवा करनी है
आर्मी फिजिकल के लिए अपने आपको तैयार करते युवाओं का कहना है कि अब हम अग्नीवीर बनने की राह पर निकल पड़े हैं. बचपन से हमने सिर्फ आर्मी में जाने का सपना देखा है. अब सरकार चाहे हमे 4 साल के लिए आर्मी में भर्ती करे या 40 साल के लिए, हमें हर हाल में आर्मी जॉइन करनी है. इसीलिए हम आर्मी की भर्ती के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं.

कोई पढ़ाता है ट्यूशन तो कोई है डिलीवरी ब्वॉय
आर्मी भर्ती की तैयारी में जुटे ये युवा आर्थिक तौर पर बेहद कमजोर हैं. यही कारण है कि कोई जोमैटो में फूड डिलीवरी करता है तो कोई प्राइवेट नौकरी के साथ बच्चों को घर पर ट्यूशन पढ़ाने का काम करता है. इन्हीं में से एक युवा अभिषेक शर्मा हैं, जो एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने जाते हैं. उनका कहना है कि घर में आर्थिक हालात ठीक नहीं है. पिता जी का पहले स्वर्गवास हो चुका है. घर का खर्चा चलाने के लिए वह पास ही प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने जाते हैं.

इसके साहथ ही नामनेर के रहने वाले हर्ष उपाध्याय जोमैटो में का काम करते हैं. दीपक चौधरी भी जोमैटो में पार्ट टाइम फूड डिलीवरी का काम करते हैं. दीपक चौधरी बताते हैं कि व 6:00 बजे से रात के 10:00 बजे तक फूड डिलीवरी करते हैं और उसके बाद आर्मी की फिजिकल की तैयारी के लिए सुबह 4:00 बजे रनिंग करने के लिए पहुंचते हैं.