कोरोना संक्रमण के चलते देश प्रदेश सभी जगह व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया था | व्यवसायी अच्छे व्यवसाय की आस पूरी तरह से छोड़ चुके थे | कई व्यवसायी मंदी की वजह से मानसिक रूप से कमज़ोर हो गए थे | लेकिन आज कल चल रहे सिलसिले वार त्यौहारों ने उनकी टूटती आस को बचा लिया है | यही वजह है कि उनके मुरझाएं चेहरों पर अब धीरे धीरे ही सही लेकिन रौनक लौटने लगी है | देश में चल रहे त्योहारों ने मानों व्यापारियों को संजीवनी दे दी है जिसकी वजह से मंदी के सागर में डूबती आस की नाव अब दोबारा से तैरने लगी है और व्यापार धीरे धीरे पटरी पर लौटने लगा है | व्यापारी आस कर रहे है कि जल्द कोरोना रूपी बीमारी खत्म हो जाएगी और वह पहले की तरह खुशहाल हो जाएंगे |
सोलन के व्यपारियों ने मंदी को लेकर सकारात्मक विचार प्रस्तुत किए और कहा कि लॉक डाउन के बाद वह पूरी तरह से हताश थे क्योंकि व्यवसाय बिलकुल ठप्प हो गया था लेकिन अब त्योहारों के इस सीज़न में लग रहा है कि जल्द ही व्यवसाय ब पहले की तरह हो जाएगा | उन्होंने बताया कि वह चाहते है कि जो हानि उन्हें लॉकडाउन के समय उठानी पड़ी है वह कम से कम इस दौरान पूरी हो जाए | उन्होंने कहा कि हर व्यवसायी चाहता था कि उसके व्यवसाय में बढ़ौतरी हो लेकिन कोरोना ने उसकी आस पर पानी फेर दिया और लाभ की बजाए हानि उठाने पड़ी लेकिन अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जो घाटा उसे उठाना पड़ा वह पूरा हो जाएगा इसी आस में वह सभी खुश है |
2020-11-05