सीआरआई कसौली ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी (एनआईवी) पुणे के साथ मिलकर इस सीरम को तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। दो से तीन माह में एंटी सीरम के बैच तैयार होने की उम्मीद है।
केंद्रीय अनुसंधान संस्थान (सीआरआई) कसौली कोरोना के सभी वैरिएंट के लिए सबसे असरदार नया एंटी सीरम तैयार कर रहा है। यह एंटी सीरम कोविड के अति गंभीर रोगियों को लगाया जाएगा। सीआरआई कसौली ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी (एनआईवी) पुणे के साथ मिलकर इस सीरम को तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। दो से तीन माह में एंटी सीरम के बैच तैयार होने की उम्मीद है। वहीं, इससे पहले बनाए एंटी सीरम का बैच तीसरे चरण के परीक्षण पर है।
गौर हो कि कोरोना वायरस को लेकर सीआरआई पिछले दो वर्षों से कोविड एंटी सीरम पर अनुसंधान कर रहा है। संस्थान ने वर्ष 2021 के अंत में तीन ट्रायल बैच तैयार किए थे। इसे तैयार कर वायरस की न्यूट्रलाइजेशन के लिए पुणे भेजा था। यहां यह पता लगाना था कि सीरम वायरस को निष्क्रिय करने में कितना असरदार है। परीक्षण के दौरान इसके दो चरण के परिणाम सकारात्मक आए थे। अब यह बैच तीसरे चरण के परीक्षण पर है। उधर, सीआरआई कसौली के सहायक निदेशक और सूचना अधिकारी डॉ. यशवंत कुमार ने बताया कि संस्थान अब सभी वैरिएंट को देखते हुए नया एंटी सीरम तैयार करने जा रहा है। जो अति गंभीर रोगियों पर ज्यादा असरदार होगा। संवाद
एंटी सीरम वायरस को सीधे करेगा खत्म
सीआरआई कसौली ने इससे पहले कई एंटी सीरम पर शोध किए हैं। नया एंटी सीरम जो तैयार होगा, वह वायरस को सीधे खत्म करेगा। एंटी सीरम घोड़ों से खून लेकर टीके के रूप में तैयार होता है। यह एक रक्त सीरम होता है, जिसमें वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी होते हैं।