Monkeypox India : दिल्ली में 34 साल के व्यक्ति के मंकीपॉक्स से संक्रमित पाए जाने के बाद देशवासियों की चिंता बढ़ गई है। लोगों को कोरोना की तरह नए खतरे का डर सता रहा है। भारत में मंकीपॉक्स के रोगियों की कुल संख्या बढ़कर 4 हो गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है, स्थिति नियंत्रण में है। ऐसे समय में अमेरिकी डॉ. फहीम यूनुस की इन बातों को याद रखना चाहिए।
कोविड और मंकीपॉक्स का अंतर समझ लीजिए
मंकीपॉक्स कम खतरनाक लगता है। कोविड ज्यादा खतरनाक है क्योंकि
मंकीपॉक्स से बचकर रहने की जरूरत है लेकिन इससे डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि
अगर समय पर मंकीपॉक्स का इलाज करना है तो इसके लिए टेस्टिंग बढ़ानी होगी। अभी सिर्फ कुछ खास लैब ही इस टेस्ट को कर सकती हैं। संपर्क में आए लोगों और उस इलाके के लोगों को वैक्सीन दी जानी चाहिए। मंकीपॉक्स के केस अगले कुछ महीनों में बढ़ सकते हैं। उसके बाद इनमें गिरावट आएगी। ऐसे में इन बातों का ध्यान रखें: