सोलन जिला के बड़ोग में राज्य स्तरीय प्राकृतिक खेती युवा किसान कार्यशाला का आयोजन किया गया | कार्यशाला में गुजरात के राज्य पालआचार्य देवव्रत बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए | इस से पहले वह हिमाचल के राज्य पाल रह चुके है | जब वह हिमाचल में थे तो उनके द्वारा प्रकृतिक खेती को बेहद प्रोत्साहित किया गया | वहीँ आचार्य देवव्रत को हिमाचल के इतिहास से भी ख़ासा लगाव रहा है | इसी लिए जहाँ सोलन में आयोजित इस कार्यशाला में युवा किसानों को प्रकृतिक खेती के बारे में बहुमूल्य जानकारी उपलब्ध करवाई गई वहीँ पझौता आंदोलन के प्रणेता रहे स्वर्गीय वैद्य सूरत सिंह द्वारा लिखित पुस्तक का गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने विमोचन विमोचन भी किया |
इस मौके पर लेखक स्वर्गीय वैद्य सूरत सिंह के पुत्र जय प्रकाश चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वतंत्रता के लिए किए गए अग्रणी आंदोलनों में से एक पझौता आंदोलन भी है | यह आंदोलन 1936 में आरम्भ किया गया था | लेकिन अंग्रेजों ने इसे 1943 में गोलियां चला कर 69 क्रांतिकारियों को कैद कर लिया था | उन्होंने बताया कि इन कैदियों में से चार क्रांतिकारियों ने जेल में ही अपने प्राण त्याग दिए अन्य क्रांतिकारियों को स्वतंत्रता के बाद आज़ाद किया गया | इन सभी ने आंदोलन कैसे किया उन पर अंग्रेजों ने कैसे ज़ुल्म ढाए इन सभी को इस किताब में लिखा गया है |