शहडोल. मध्य प्रदेश के जबलपुर-ब्यौहारी रेल खंड के बीच छैतहनी स्टेशन के पास मिले एक शव की शिनाख्ती में रेलवे पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल रेलवे गैंगमैन ज्ञानेंद्र पांडेय जैसे दिखने वाला एक शख्स का शव रेलवे ट्रैक पर मिला था. रेलकर्मियों, जीआरपी, ब्यौहारी पुलिस और परिजनों ने कद-काठी समान होने पर उसे गैंगमैन ज्ञानेंद्र पांडेय का शव मान लिया. इतना ही नहीं पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया. इस मामले में पुलिस के साथ ही परिजनों की लापरवाही भी सामने आई है.
पुलिस द्वारा शव स्थानीय सिविल अस्पताल को सौंप दिया गया था. इस दौरान मृतक का नाम ज्ञानेंद्र पांडेय बताया गया था. अस्पताल में पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. शव लेने के बाद परिजन ज्ञानेंद्र पांडेय के अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे. तभी कुछ लोग ज्ञानेंद्र के रेलवे आवास देखने पहुंचे. वहां जाकर देखा तो ज्ञानेंद्र पांडेय अंदर सो रहा था. आवाज देने पर वह दरवाजा खोल कर बाहर आया तो लोग हक्के-बक्के रह गए. इसके साथ ही परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. हर कोई ज्ञानेंद्र पांडे को देखने के लिए बेताब नजर आया.
सब एक दूसरे पर फोड़ रहे लापरवाही का ठीकरा
मृतक की शिनाख्त में की गई लापरवाही का ठीकरा रेलकर्मी, जीआरपी और स्थानीय पुलिस एक दूसरे पर फोड़ रहे हैं. इस बारे में गैंगमैन ज्ञानेंद्र पांडे ने बताया कि वह ड्यूटी के बाद दो दिन का रेस्ट लेकर रेलवे क्वार्टर में आराम कर रहा था. यह सच्चाई सामने आने के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे अज्ञात व्यक्ति के शव को सिविल अस्पताल को वापस कर दिया.
अब रेलवे और स्थानीय पुलिस के लिए मृतक की पहचान कराना चुनौती बनी हुई है. अज्ञात शव की शिनाख्त के लिए जीआरपी और स्थानीय पुलिस लोगों से संपर्क कर रही है.