धर्मशाला के खनियारा की पहाड़ियों पर स्थित एक मंदिर में रूसी युवक सिरगी नोविका और यूक्रेनी युवती एलोना ब्रामोका ने हिन्दू रीति रिवाजों के मुताबिक विवाह किया. यहां पुरोहितों ने भी इनसे बाकायदा लग्न, मुहूर्त और उचित तिथि का गहन अध्ययन करने के बाद वेद और मन्त्रोचार के साथ सात फेरे भी लगवाए.
रूस और यूक्रेन के बीच आज भले ही नफ़रत की आग धधक रही हो और इन दोनों ही देशों के हजारों परिवार खूनी जंग में अपनों को मरते होते हुए देख रहे हैं. वहीं दूसरी ओर प्यार में पड़ी इन्हीं दो देशों की दो आत्मायें रूस और और यूक्रेन से हजारों मील दूर भारत की देवभूमि धर्मशाला में आज विवाह बंधन में बंध गए.
यहां रूस के रहने वाले एक युवक और यूक्रेन की एक युवती ने हिन्दू रीति-रिवाज से सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा किया. उन्होंने अपने रिश्ते को विवाह बंधन का फैसला भारत की उस पवित्र देवभूमि में लिया है जो दुनिया को सनातन संस्कृति से ओतप्रोत करवाती है, मानवता को सबसे पहले बचाने का संदेश देती है.
काबिले गौर है कि धर्मशाला के खनियारा की पहाड़ियों पर स्थित एक मंदिर में इस प्रेमी जोड़े ने जहां हिन्दू रीति रिवाजों के मुताबिक विवाह किया. वहीं पुरोहितों ने भी इनसे बाकायदा लग्न, मुहूर्त और उचित तिथि का गहन अध्ययन करने के बाद वेद और मन्त्रोचार के साथ सात फेरे भी लगवाए.
रूस और यूक्रेन इस समय भयंकर युद्ध लड़ रहे हैं, जिसमें लगातार शय व मात देने का खेल चल रहा है. वहीं पिछले कुछ वर्षों का प्यार अब हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्थित खनियारा के नारायण मंदिर दिव्य आश्रम खड़ौता में विवाह के बंधन में बदल गया.
यहां के प्रसिद्ध पंडित संदीप शर्मा के सानिध्य में रूसी युवक सिरगी नोविका और यूक्रेनी युवती एलोना ब्रामोका का विवाह हुआ, जबकि विनोद शर्मा व उनके परिवार ने कन्यादान कर सभी वैवाहिक कार्यक्रम को पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
रूसी मूल के इस शख्स ने अब इजरायल की राष्ट्रीयता ग्रहण कर ली है. इन दोनों की शादी में पर्यटन नगरी धर्मशाला और मकलोडगंज के धर्मकोट में रहने वाले विदेशी मेहमान भी हिन्दू रिति-रिवाज निभाते हुए नजर आए. इसके बाद विवाह समारोह में शामिल होने वाले लोगों के लिए कांगड़ी धाम का भी आयोजन किया गया.
इस दौरान नारायण मंदिर दिव्य आश्रम खड़ौता में नवविवाहित जोड़े ने आशिर्वाद प्राप्त किया और साथ ही लोक वाद्य यंत्र विन बाजे में दूल्हा-दुल्हन संग सभी मौजूद लोगों ने गद्दीयाली गीतों में नाटी भी डाली.