जेईई सीयूपी ने जारी किया यूपी जेईई का रिजल्ट, 70 हजार से ज्यादा सीटें रहेंगी खाली

उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट jeecup.admissions.nic.in पर अपने रैंक कार्ड ऑनलाइन चेक और डाउनलोड कर सकते हैं। इससे पहले यूपी जेईई की उत्तर कुंजी तीन जुलाई, 2022 को जारी की गई थी। 

UPJEE 2022 Result

JEECUP 2022 Rank Score Card Out: संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (JEECUP) ने उत्तर प्रदेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा (UPJEE 2022) का परिणाम घोषित कर दिया है। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट jeecup.admissions.nic.in पर अपने रैंक कार्ड ऑनलाइन चेक और डाउनलोड कर सकते हैं। इससे पहले यूपी जेईई की उत्तर कुंजी तीन जुलाई, 2022 को जारी की गई थी। 

JEECUP UPJEE 2022 पॉलिटेक्निक रिजल्ट देखने का आसान तरीका

  1. सबसे पहले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट jeecup.admissions.nic.in पर जाएं।
  2. इसके बाद ‘डाउनलोड जेईई सीयूपी 2022 रैंक कार्ड’ लिंक पर क्लिक करें।
  3. अब अपनी आवेदन संख्या, जन्म तिथि, सुरक्षा पिन दर्ज करें और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
  4. इसके बाद आपका जेईई सीयूपी रैंक कार्ड स्क्रीन पर दिखाई देगा।
  5. उम्मीदवार इसे डाउनलोड कर लें और भविष्य के संदर्भ के लिए इसका एक प्रिंट आउट भी कर लें।

JEECUP Result 2022: काउंसलिंग प्रक्रिया पर अपडेट

यूपीजेईई पॉलिटेक्निक 2022 के परिणाम / स्कोर में परीक्षा में प्राप्त वास्तविक अंकों के साथ-साथ यूपीजेईई पॉलिटेक्निक काउंसलिंग – 2022 में उपस्थित होने के लिए अर्हता प्राप्त करने वालों की स्थिति शामिल होगी। उम्मीदवारों को सीट आवंटन प्रक्रिया के माध्यम से यूपीजेईई पॉलीटेक्निक -2022 की उनकी पसंद, आरक्षण और स्टेट ओपन रैंक के आधार पर दाखिलों की पेशकश की जाएगी। उम्मीदवार उचित समय पर अपने पंसदीदा ब्रांच और कॉलेज के लिए अपनी पसंद ऑनलाइन चुन सकेंगे। 

JEECUP 2022: जून में आयोजित हुई थी परीक्षा

यूपी जेईई यानी उत्तर प्रदेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन उत्तर प्रदेश के सरकारी और निजी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिला पाने वाले उम्मीदवारों के लिए राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा के तौर पर किया जाता है। इस साल कुल 2,41,810 सीटों के लिए यूपीजेईई परीक्षा 27 से 30 जून, 2022 तक आयोजित की गई थी।

JEECUP UPJEE 70 हजार से ज्यादा सीटें रहेंगी खाली

यूपी जेईई 2022 के लिए 2,41,810 सीटों के लिए सिर्फ 2,18,286 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से महज 1,47,673 उम्मीदवार ही परीक्षा में शामिल हुए। यानी कि 70,613 उम्मीदवार परीक्षा में अनुपस्थित रहे, अर्थात इतनी सीटें खाली रहेंगी। वहीं, अगर 10-20 हजार उम्मीदवार फेल हो चुके हों या किसी अन्य कारण से दाखिला नहीं लेते हैं तो इस साल करीब 80 से 90 हजार सीटें खाली रह सकती हैं।