झांसी. यूपी के झांसी में रोडवेज की एक ऐसी बस चलती है जिसे स्थानीय लोगों ने पति- पत्नी एक्सप्रेस का नाम दिया है. इसे अनोखे नाम का कारण यह है कि इस बस के ड्राइवर और कंडक्टर पति- पत्नी हैं. जी हां, सुरेंद्र राठौर और संगीता मिलकर इस बस का संचालन करते हैं.सुरें द्र ड्राइवर हैं और उनकी पत्नी उसी बस में कंडक्टर हैं. झांसी से उरई के बीच चलने वाली बस संख्या यूपी 93-टी 0413 उरई डिपो की है. दोनों पति- पत्नी रोज इस बस में सवारियों को बिठाते हैं और उनके गंतव्य तक पहुंचाते हैं.
पत्नी ने दिलाई सुरेंद्र को नौकरी
सुरेंद्र राठौर ने बताया कि उन्हें उनकी पत्नी की वजह से ही यह नौकरी मिली है. चार साल पहले उनकी पत्नी संगीता को कंडक्टर की नौकरी मिली थी. इसके एक साल बाद संगीता की सिफारिश पर सुरेंद्र को भी नौकरी मिल गई. आरएम द्वारा इन दोनों की ड्यूटी एक ही बस में लगा दी गई. अब इस बस की पूरी जिम्मेदारी सुरेंद्र और संगीता की ही होती है
अन्य ड्राइवर नहीं करते थे सहयोग
संगीता ने बताया कि जब उन्हें कंडक्टर की नौकरी मिली तो कोई भी ड्राइवर उनकी ड्यूटी अपने बस में नहीं लगवाता था. जब यह समस्या सुलझती हुई नहीं दिखी तो संगीता ने आरएम से अपने पति सुरेंद्र को ड्राइवर की नौकरी देने की सिफारिश की. उनकी यह बात मान ली गई और शुरू हो गई पति- पत्नी एक्सप्रेस. आज चार साल से यह पति पत्नी एक्सप्रेस चल रही है.यह बस सुबह 8 बजे उरई से चलती है और 12 बजे झांसी पहुंचती है और झांसी से 1 बजे निकलकर शाम 5 बजे उरई बस स्टैंड पहुंच जाती है. कोरोना काल में बेहतरीन सेवा देने के लिए रोडवेज की तरफ से कंडक्टर संगीता राठौर को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया जा चुका है. कंडक्टर संगीता और सुरेंद्र के पास चार बेटियां और एक बेटा है.