क्या आज कोई प्रेमी अपनी प्रेमिका को इम्प्रेस करने के लिए तोहफे में फ्रिज देगा. सुनकर आपको जरूर अजीब लगता हो, मगर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे नवाब पटौदी खान ने कुछ ऐसा ही किया था.
वैसे बॉलीवुड व क्रिकेट का प्रेम फ़साना दशकों से चला आ रहा है. कई भारतीय क्रिकेटरों का दिल भारतीय सिनेमा जगत की दिलकश हसीनाओं पर आ गया. उन्हीं में एक 5 जनवरी 1941 को भोपाल के नवाब इफ़्तेख़ार अली खान पटौदी के यहां जन्में क्रिकेटर नवाब मंसूर अली खान पटौदी और बॉलीवुड अभिनेत्री शर्मीला टैगोर का भी शामिल है. उस दौर में कई बार ऐसे मौक़े आए जब इन दोनों के रिश्तों में दरार आने की कई अटकलें भी लगाई गईं, मगर इन दोनों का बेमिसाल प्रेम अमर साबित हुआ.
जब पहली ही नज़र में दिल दे बैठे
60 से 70 के दशक में बॉलीवुड में कई अदाकारा अपनी जबरदस्त एक्टिंग व लाजवाब हुस्न से जलवे बिखेर रही थीं. उसी दौर में मशहूर अभिनेत्री शर्मीला टैगोर को भी भारतीय सिनेमा जगत में ऊंचा मुकाम हासिल था. इनकी सुन्दरता व शानदार अदाकारी के लाखों दीवाने थे. कइयों का दिल इनके लिए धड़कता था.
यह वही दौर था जब विश्व के सबसे नौजवान कप्तान भारतीय क्रिकेट टीम के हुआ करते थे. जिन्हें दुनिया नवाब मंसूर अली खान पटौदी के नाम जानती है.
साल 1965 में भारत के इन दोनों स्टारों की पहली बार मुलाकात हुई थी. कहा जाता है कि जिनके द्वारा नवाब पटौदी व शर्मीला की मुलाकात हुई, वह इन दोनों के दोस्त थे.
दिलचस्प यह है कि इंडिया के धाकड़ बल्लेबाज नवाब मंसूर अली को बॉलीवुड फिल्मों से ज्यादा लगाव भी नहीं था. इसके बावजूद शर्मीला की मुस्कान ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया था. नवाब पटौदी खान पहली ही नज़र में उनके हुस्न के दीवाने हो गए. फिर अक्सर इन दोनों की मुलाकात होने लगी. इस बीच इन दोनों में दोस्ती हो गई. हालांकि, नवाब पटौदी के लिए इस हसीना का दिल जीतना इतना आसान नहीं था.
चार साल लग गए दिल जीतने में
आगे पटौदी शर्मीला को खुश करने के लिए हर संभव कोशिश करने लगे. जब उनसे रहा नहीं गया तो उन्होंने शर्मीला को प्रपोज कर दिया. उनके इस प्रस्ताव पर शर्मीला ने कोई हामी नहीं भरी. इसके बावजूद ये दोनों लगातार दोस्ती के नाते मिलते रहे.
धीरे-धीरे नवाब पटौदी के मजाकिया अंदाज को शर्मीला भी पसंद करने लगी थीं. उनके साथ वक़्त बिताना उनको भी अच्छा लगने लगा था. दिलचस्प यह था कि एक बार नवाब पटौदी ने शर्मीला का दिल जीतने के लिए उनके घर फ्रिज भी भेजवा दी. उस ज़माने में फ्रिज बड़े खानदानों की एक पहचान हुआ करती थी. खैर, उनके इस बड़े गिफ्ट ने भी कोई काम नहीं किया.
पटौदी को शर्मीला की हाँ का इंतज़ार था. वो उनको लगातार प्रेम पत्र व गुलाबों के गुलदस्ते देते रहे. तब जाकर चार साल के बाद शर्मीला ने पटौदी को हां कहा.
आसान नहीं था प्रेम के रिश्ते को शादी में बदलना
शर्मीला टैगोर व नवाब पटौदी खान एक दूसरे से प्यार करने लगे थे. कहा जाता है जब शर्मीला स्टेडियम में मैच देखने जाती थी. तो पटौदी छक्के मारकर उनका स्वागत करते थे. भारतीय क्रिकेट का ये शानदार बल्लेबाज बॉलीवुड की इस हसीना के प्रेम में क्लीन बोल्ड हो चुका था. वे दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे, जो उनके लिए आसान नहीं था.
दोनों के परिवार उनके इस रिश्ते के खिलाफ थे. एक तरफ जहां शर्मीला बंगाली हिन्दू परिवार में जन्मीं थीं. वहीं नवाब पटौदी खान एक मुसलमान थे. यह वही दौर था जब फ़िल्मी सितारों के प्रेम संबंध को लंबे समय तक नहीं माना जाता था. इन दोनों के संबंध को भी इसी नजरिये से देखा जाने लगा. लोग ऐसा कयास लगाने लगे थे शायद ही इन दोनों का प्यार शादी में बदल पाए.
नवाब के घर वालों को यह कतई मंज़ूर नहीं था कि उनकी बहु फिल्मों में काम करने वाली हो. वहीं शर्मीला का परिवार भी अपनी बेटी का विवाह एक मुस्लिम लड़के से नहीं करना चाहते थे. बहरहाल, काफी समझाने बुझाने पर दोनों अपने परिवार को राजी करने में कामयाब रहे.
जब लोगों को लगा इनका रिश्ता टूट जाएगा
इन दोनों की बड़े धूमधाम से सगाई होती है. इसके बाद ही शर्मीला बॉलीवुड की एक फिल्म में बिकनी का एक सीन शूट करवाती हैं.
भारतीय सिनेमा जगत में ऐसा पहली बार हुआ था, जब कोई अदाकारा बिकनी में नज़र आई हो. वो भी होने वाली नवाब खानदान की बहु.
उनके इस बोल्ड शूट के बाद लोगों को ये लगने लगा था कि अब इन दोनों का रिश्ता हमेशा के लिए टूट जायेगा. इसके बावजूद नवाब पटौदी खान के साथ उनके रिश्ते में कोई दरार नहीं आई. सभी अटकलों पर पूर्णरूप से विराम लग चुका था.
27 दिसम्बर 1969 को इस प्रेमी जोड़े ने बड़ी धूमधाम से शादी रचाई
इनकी शादी में भारतीय सिनेमा जगत से लेकर भारतीय राजनेताओं तक के बड़े-बड़े सितारों ने हिस्सा लिया. उनमें पूर्व राष्ट्रपति जाकिर हुसैन व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का नाम भी शामिल है. शर्मीला टैगोर ने शादी के बाद मुस्लिम धर्म अपना लिया. अब वो शर्मीला टैगोर से आयशा सुल्तान हो चुकी थीं.
शादी के बाद भी कई बार ऐसी बाते होती रहीं, शायद ही इन दोनों का रिश्ता लम्बे दिनों तक चले. फिलहाल, शादी के बाद कुछ दिनों तक शर्मीला बॉलीवुड से दूर रहीं, मगर बहुत ही जल्द उन्होंने धमाकेदार वापसी की. कहा जाता है कि शादी के बाद भी शर्मीला अपनी बोल्ड अदाओं व लाजवाब अदाकारी से कई सुपरहिट फ़िल्में देती रही. फिर भी पटौदी ने कभी उनके काम में किसी भी तरह की अड़चने नहीं पैदा की.
इन दोनों का साथ लगभग 42 साल तक चला. इस दौरान दोनों के रिश्तें में कोई भी दरार नहीं आई. इनका साथ उस वक़्त ही छूटा जब नवाब पटौदी खान ने 22 सितंबर 2011 को इस दुनिया से अलविदा कह दिया.