टीचर से रात में चुपके से मिलने आते थे SDM, एक दिन लोगों ने कर दिया खेल, 15 घंटे रहे बंद, दोनों सस्पेंड

पाली. राजस्थान के पाली जिले के एसडीएम अजय कुमार अमरावत को ही ग्रामीणों ने अवैध संबंधों के चलते सरकारी टीचर के घर में बंद कर दिया. करीब 15 घंटे तक एसडीएम गांव में ही बंधक बनाए रखा. इसके बाद जोजावर चौकी के एएसआई ने मौके पर पहुंचकर उपखंड अधिकारी को उनकी निजी गाड़ी से गांव से बाहर निकाला. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पिछले काफी समय से एसडीएम रात में सरकारी स्कूल की प्रधानाचार्य के घर आते हैं. रात भर रुकने के बाद सवेरे वापस निकलते हैं. ग्रामीणों ने इस पर विरोध जताया, लेकिन एसडीएम पर कोई असर नहीं हुआ.

दरअसल, गांव में रहने वाली एक सरकारी टीचर के यहां पर अजय कुमार कई बार रात में आते-जाते हैं. वे देर रात को अपनी कार लेकर आते हैं और उसके बाद सुबह जल्दी निकल जाते हैं. इसकी जानकारी गांव वालों को मिली तो उन्होंने एसडीएम को समझाया, लेकिन वो नहीं माने तो ग्रामीणों ने पिछले शुक्रवार को खेल कर दिया. इस दिन जैसे ही एसडीएम रात में टीचर के घर आए तो गांव वालों ने टीचर के घर को बाहर से बंद कर दिया. उसके बाद एसडीएम की गाड़ी की हवा भी निकाल दी.

एसडीएम अजय कुमार अमरावत को सिविल सेवा (आचरण) का दोषी मानते हुए सस्पेंड कर दिया है. साथ ही महिला टीचर पर निलंबन की गाज गिरी है. अब एसडीएम को हर रोज जयपुर आकर हाजिरी देनी होगी. दरअसल अजय कुमार का एक वीडियो वायरल हो रहा हैं. पाली के गुडा मोकम सिंह गांव का यह वीडियो है. वीडियो में वह सरकारी टीचर के घर से मुंह छिपाकर निकलते दिखाई दे रहे हैं.

पुलिस आई तो मुंह पर रुमाल बांधकर निकले
दरअसल, शनिवार सुबह जब महिला शिक्षिका ने गांव वालों से कहा कि कोई नहीं है दरवाजा खोल दो, गांव वालों को पुलिस की धमकी दी तो गांव वालों ने बाहर से कुंदी खोल दी. ग्रामीणों ने दरवाजा खोला तो टीचर यह कहकर स्कूल चली गई कि घर में कोई नहीं है. फिर दोपहर को जोजावर थाना पुलिस सादी वर्दी में मौके पर पहुंची और एसडीएम को अपने साथ ले गई. इस दौरान एसडीएम मुंह पर रूमाल बांधे नजर आए.

एसडीएम को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए
इस बीच मारवाड़ जक्शन के पूर्व विधायक केसाराम चौधरी ने जिला प्रशासन के नाम एक अपील जारी की. उन्होंने कहा कि SDM को तुरंत हटाया जाए. 15 अगस्त का झंडा उसे झंडा नहीं फहराने देंगे. इसके बाद देर कार्मिक विभाग ने आदेश जारी किया. जिसमें SDM मारवाड़ जंक्शन अजय अमरावत को राजस्थान सिविल सेवा (आचरण) का दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया.