तबाही की बारिश…नेरवा में चार गाडिय़ां बहीं

बागीचों को भारी नुकसान, कई सडक़ों पर आवाजाही ठप

सुरेश सूद-नेरवा,चौपाल
नेरवा में बुधवार रात और गुरुवार सुबह हुई तेज बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। बारिश की वजह से जहां लोक निर्माण विभाग की कई सडक़ें बंद हो गई है, वहीं सेब के बागीचों और निजी संपत्ति को भी भारी क्षति पहुंची है। वहीं, नेरवा-चौपाल को बिजली की आपूर्ति करने वाली 22 केवी हुली-झिकनीपुल मुख्य लाइन पर देवदार के दो पेड़ और टहनियां गिरने से उपमंडल चौपाल चार घंटे तक अंधेरे में डूबा रहा। बारिश की वजह से सबसे अधिक नुकसान नेरवा बाजार में हुआ है। भारी बारिश के चलते नेरवा शहर के बीचोंबीच बहने वाला दयांडली नाला एकाएक उफान पर आ गया। नाले में बाढ़ आने से इसके किनारे खड़ी तीन कारें और एक पिकअप पानी और मलबे के तेज बहाव में बह गई, जबकि एक कार और एक जीप को लोगों ने लोहे की जंजीरों से बांध कर बहने से बचा लिया। मलबे के साथ आई बाढ़ का बहाव इतना तेज था कि दो कारें तो नाले पर बनी पुलिया को पार कर करीब तीन सौ मीटर आगे तक बह कर मलबे में दब गईं।

पुलिस टीम तथा स्थानीय लोगों ने सुबह ही मौके पर पहुंच कर राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया तथा एक पिकअप को जेसीबी की मदद से बाहर निकाल दिया। बता दें कि नेरवा बाजार के बीचोंबीच से होकर गुजरने वाला दयांडली नाला बरसात के दिनों में पहले भी कई बार इसी तरह कहर बरपा चुका है। तीन वर्ष पूर्व भी अगस्त के महीने में ही 18 तारीख को इस नाले में आई बाढ़ से छह वाहन बह गए थे तथा कई दुकानों में नाले का मलबा घुसने से लाखों रुपए का नुकसान हो गया था। उधर, आफत की तरह बरसी बरसात से उपमंडल चौपाल और कुपवी की कई सडक़ों पर वाहनों की आवाजाही ठप हो चुकी है तथा कई स्थानों पर सेब के बागीचों को भी भारी नुकसान हुआ है। गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे क्षेत्र को विद्युत आपूर्ति करने वाली मुख्य लाइन पर पेड़ गिरने से बत्ती गुल हो गई। विद्युत बोर्ड के कर्मचारी अभी इस पेड़ को हटा कर फारिग ही हुए थे कि एक उसी स्थान के समीप एक अन्य पेड़ लाइन पर आ गिरा। इसके अलावा लाइन पर एक अन्य स्थान पर पेड़ की टहनियां गिरने से नेरवा और चौपाल की चार दर्जन पंचायतें चार घंटे तक अंधेरे में डूबी रही। हालांकि विद्युत कर्मियों ने चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर अढ़ाई बजे बिजली बहाल कर लोगों को राहत प्रदान कर दी।