ट्रेन में वैक्यूम टॉयलेट, दूर तक फैलने वाली लाइटिंग, हैंड्स फ्री टैप्स, ड्रायर्स और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा हर सीट पर मुहैया कराई गई है. इसके साथ ही एग्जीक्यूटिव क्लास में 360 डिग्री पर घूमने वाली कुर्सी भी दी गई है.
चंडीगढ़. तीसरी वंदे भारत ट्रेन तैयार होकर चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर पहुंच चुकी है. जल्द ही ये ट्रेन ट्रैक पर दौड़ती नजर आएगी. पांच दिन तक चंडीगढ़-लुधियाना ट्रैक पर इसका ट्रायल होगा. नई वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाई गई है. सीट आगे पीछे करने का ऑप्शन, सीसीटीवी कैमरे ज्यादा लगाना इसके साथ ही ऑटोमेटिक डोर समेत अन्य सुविधाएं बढ़ाई गई है.
वंदे भारत ट्रेन की स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. वंदे भारत ट्रेन अभी 2 रूटों पर चलती है. दिल्ली से कटरा और दिल्ली से वाराणसी वंदे भारत ट्रेन चलती है. तीसरा रूट भी ट्रायल के बाद जल्द शुरू किया जाएगा. वंदे भारत ट्रेन बुलेट ट्रेन की तर्ज पर चलाई गई है.
वंदे भारत ट्रेन में कुल 16 कोच हैं. इनमें से दो ड्राइवर कार, दो एग्जीक्यूटिव चेयर कार और 12 चेयर कार कोच शामिल हैं. सभी कोच के दरवाजे ऑटोमेटिक तरीके से काम करते हैं, जिसका पूरा कंट्रोल गार्ड के पास है.
पहले वंदे भारत एक्सप्रेस से इस ट्रेन में पैंट्री (रसोईयान) ज्यादा बड़ी है. इसमें सामान्य ट्रेनों की तरह चेन पुलिंग सिस्टम नहीं है. अगर किसी यात्री को कोई परेशानी आती है तो उन्हें पास ही लगे एक बटन को दबाना होगा, इसके बाद गार्ड आपके पास पहुंच जाएगा.
पत्थरबाजी से बचने के लिए ट्रेन में खास तरह की खिड़की और जानवरों के टकराने से होनेवाले नुकसान को रोकने के लिए कैटल गार्ड की व्यवस्था की गई है. हर कोच के लिए अलग से पैंट्री कार की व्यवस्था की गई है.