हैदराबाद. बीजेपी की तेलंगाना इकाई ने गुरुवार को चेतावनी दी कि अगर राज्य सरकार स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को हैदराबाद में 20 अगस्त को एक शो करने की अनुमति देती है, तो इसके गंभीर नतीजे होंगे. गोशामहाल निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा कि ‘उनको देखने दें कि अगर उन्हें हैदराबाद में एक शो के लिए बुलाया जाता है तो क्या होगा. जहां भी कार्यक्रम होगा, हम उसकी पिटाई करेंगे. जो कोई भी आयोजन स्थल होगा, हम उसे आग लगा देंगे.’
हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक भाजपा नेता ने कहा कि ‘पहले भी फारूकी ने हिंदू देवताओं पर मजाक उड़ाया था, जिससे उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची थी. अगर वह तेलंगाना आते हैं तो हम अपने भगवान राम को गाली देने के लिए उन्हें निश्चित रूप से सबक सिखाएंगे. यह एक चुनौती है.’ गौरतलब है कि फारूकी ने बुधवार को सोशल मीडिया पर हैदराबाद में एक शो करने की जानकारी शेयर की थी. इससे पहले फारूकी 9 जनवरी को हैदराबाद में अपना शो ‘धंधो’ करने वाले थे. लेकिन कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण इसे रद्द कर दिया गया था. उस समय भी तेलंगाना बीजेपी ने घोषणा की थी कि वह ‘किसी भी कीमत पर’ फारूकी का शो नहीं होने देगी.
राज्य भाजपा अध्यक्ष बंडी संजय ने फारूकी के शो को रोकने के लिए युवाओं से अपील की. जबकि विधायक राजा सिंह ने पुलिस महानिदेशक एम महेंद्र रेड्डी को शो की अनुमति नहीं देने के लिए लिखा है. सिंह ने कहा कि फारूकी को पहले हिंदू देवताओं के खिलाफ नफरत फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और 37 दिनों के लिए जेल में डाल दिया गया था. सिंह ने कहा कि फारूकी ने जनवरी में इंदौर में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ भी गंभीर टिप्पणी की थी. उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए), गोधरा घटना और कार सेवकों आदि के खिलाफ भी टिप्पणी की है.’
दिसंबर में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे और राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के टी रामाराव ने फारूकी और कुणाल कामरा जैसे स्टैंड-अप कॉमेडियन का हैदराबाद में शो करने के लिए स्वागत किया था. केटीआर ने कहा था कि ‘हैदराबाद वास्तव में महानगर है और स्टैंड-अप कॉमेडियन को एक खुला आमंत्रण देता है. हम मुनव्वर फारुकी और कुणाल कामरा के शो सिर्फ इसलिए रद्द नहीं कर देते हैं क्योंकि हम उनके साथ राजनीतिक रूप से जुड़े नहीं हैं.’ गौरतलब है कि दक्षिणपंथी समूहों के विरोध के बाद नवंबर में बेंगलुरु में फारूकी का शो रद्द कर दिया गया था. फारूकी पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया था. गुजरात, गुरुग्राम, छत्तीसगढ़ और गोवा में भी उनके शो रद्द कर दिए गए थे.