योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा कि मैं पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और सीएम योगी को धन्यवाद दूंगा कि उनके नेतृत्व में प्रदेश और हमारे विभाग का विकास कार्य चल रहा है। वहीं, उन्होंने अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ ऐसे भी अधिकारी हैं, जो अंदर से हाथी, साइकिल और ऊपर से कमल हैं।
अधिकारियों पर साधा निशाना
योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा कि मैं पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और सीएम योगी को धन्यवाद दूंगा कि उनके नेतृत्व में प्रदेश और हमारे विभाग का विकास कार्य चल रहा है। वहीं, उन्होंने अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ ऐसे भी अधिकारी हैं, जो अंदर से हाथी, साइकिल और ऊपर से कमल हैं। उन्होंने कहा कि एक मछली पूरे तालाब को गंदा करती है, ऐसे ही 2-4 अधिकारी कर्मचारी हो सकते हैं। ऐसे लोगों की सूचनाएं ऊपर तक दे दी जाती है।
संजय निषाद ने सीएम योगी की तारीफ की
संजय निषाद ने सीएम योगी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी मामला होता है तो सीएम योगी उस पर जांच बैठाते हैं। अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करते हैं। वहीं, दिनेश खटीक वाले मामले में उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसा प्रकरण होगा तो हमारा शीर्ष नेतृत्व निर्णय लेगा। वहीं, मंत्री ने कहा कि मंत्री परिषद की बैठक में इस पर कोई बातचीत नहीं हुई थी।
इस सरकार में हर वर्ग को सम्मान- संजय निषाद
लखनऊ में गुरुवार को मंत्री संजय निषाद ने कहा कि दिनेश खटीक को अगर सम्मान न मिला होता तो आज वो मंत्रालय और टीम में नहीं होते। अगर सम्मान नहीं होता तो पीएम मोदी और अमित शाह तक बातें पहुंचाने में उन्हें अवसर नहीं मिलता। इसके साथ ही मंत्री ने दावा किया कि इस सरकार में ऐसा कोई वर्ग नहीं है, जिसका सम्मान नहीं हो रहा हो। वहीं, उन्होंने अपने विभाग के ट्रांसफर को लेकर कहा कि जो सरकार की ट्रांसफर पॉलिसी है, उसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दे दिया था। कुछ कर्मचारी दुख व्यक्त करते हैं, उसको लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए थे।
मंत्री ने पत्र में बताया इस्तीफा देने का कारण
बता दें कि योगी सरकार के राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे का एक पत्र बुधवार को वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के नाम पत्र लिखकर अपने इस्तीफे का कारण बताया था। पत्र में मंत्री ने अपने विभाग के अफसरों पर तमाम तरह के आरोप लगाए थे। पत्र में दिनेश खटीक ने लिखा है कि जलशक्ति विभाग में दलित समाज का राज्य मंत्री होने के कारण उनके किसी भी आदेश पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। न ही उन्हें सूचना दी जाती है कि विभाग में कौन-कौन सी योजनाएं चल रही हैं और उन पर क्या कार्यवाही हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार के अफसर दलितों का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने सिंचाई विभाग के प्रमुख सचिव अनिल गर्ग को एक मामले को लेकर फोन किया, पर उन्होंने बात सुने बगैर फोन काट दिया। वह दलित जाति के मंत्री हैं, इसलिए विभाग में उनके साथ बहुत ज्यादा भेदभाव किया जा रहा है।