दुनिया में हर जीव दूसरे से किसी न किसी मामले में अलग है. कोई साइज में तो कोई चतुराई में, कोई फुर्ती में तो कोई बचाव के तरीके में. मगर इंसानों ने उन जीवों के नाम ऐसे रख दिए कि उनके बारे में लोगों को कई तरह की गलतफहमियां होने लगीं. उदाहरण के तौर पर आपने ‘फ्लाइंग फॉक्स’ (Flying Fox) का नाम सुना होगा. आपको हैरानी होगी कि फ्लाइंग फॉक्स असल में उड़ने वाली लोमड़ी नहीं, बल्कि एक चमगादड़ की प्रजाति को कहते हैं. इसी तरह एक जीव है जिसका नाम है गोलियथ बर्ड-ईटर (Goliath birdeater spider) यानी पक्षी खाने वाला जीव.
नाम सुनकर आपको लगेगा कि ये जीव सिर्फ पक्षी खाता होगा, मगर ऐसा नहीं है. चलिए आपको इस जीव के बारे में बताते हैं. हम जिसकी बात कर रहे हैं वो दुनिया की सबसे बड़ी मकड़ी (Biggest Spider in the World) है और उसे गोलियथ बर्ड ईटर कहते हैं. कई जीवों के विचित्र नामों की तरह लोगों ने इसका भी ऐसा नाम रखा है जो कन्फ्यूजन पैदा करता है. जैसे जेलीफिश (Jellyfish is not a fish) नाम के जीव को फिश का नाम दे दिया गया मगर वो असल में फिश नहीं है, या फिर एंट ईटर (Ant-eater) को चींटी खाने वाले जीव का नाम दे दिया गया मगर वो चींटी कम और दीमक ज्यादा खाता है. उसी प्रकार इस मकड़ी को भी अजीबोगरीब नाम दे दिया गया और हैरानी ये है कि ये चिड़िया नहीं खाती.
स्मार्टफोन जितना होता है साइज
साउथ अमेरिका के उत्तरी भाग में ज्यादा पाई जाने वाली ये मकड़ी टेरेंटुला प्रजाति की है. ये मकड़ी किसी स्मार्टफोन जितनी बड़ी होती है. यानी इसका साइज 12 इंच तक हो सकता है. आपको बता दें कि ये जीव दिखने में तो डरावने लगते हैं और इनके डंक भी इंसानों को चुभ सकते हैं
मगर वो जहरीले नहीं होते जिससे इंसानों को खतरा हो. इंसान ही नहीं, रेनफॉरेस्ट में मिलने वाले अन्य दुश्मनों को भी इस जीव के डंक नुकसान नहीं पहुंचाते. जब भी इस जीव को दूसरे जीव से खतरा लगता है तो ये अपने पिछले पैरों को पेट पर रगते हैं जिससे नुकीले बाल, कांटे की तरह इनके शरीर से निकलते हैं
और दुश्मन के अंदर धंस जाते हैं. इससे उनकी चमड़ी, आंख और म्यूकस मेंब्रेन में तेज दर्द होता है. इसके अलावा जब ये अपने पैरों से इन बालों को छूते हैं तो आवाज उतनी ही तेज होती है जितनी अपने आसपास से खतरे को दूर भगाने के लिए एक झिंगुर करता है. ये आवाज जानवरों के साथ-साथ इंसानों को भी 15 फीट तक की दूरी से सुनाई दे जाती है.
इस तरह लेती है शिकार की जान
इस मकड़ी का नाम भले ही गोलियथ बर्ड ईटर हो मगर ये पक्षी नहीं खाती. बल्कि अन्य टैरेंटुला मकड़ियों की तरह ये जाले नहीं फेंक पाती. ये जमीन पर रहती है और अपने साइज से छोटे जीव जैसे मेंढक, कीड़े, छिपकली आदि को ही खाती है. अपने लंबे डंक से ये उन्हें काटती है जिससे उनके शरीर में न्यूरोटॉक्सिन पहुंच जाता है. इसके बाद जब वो बेहोश होने लगते हैं तो मकड़ी अपने घोंसले में उन्हें ले जाती है और धीरे-धीरे शरीर का खून तरल पदार्थ में बदल जाता है जिसे वो चूस लेती है.