देहरादून. लॉकडाउन के दौरान कई संस्थानों ने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था, क्योंकि तमाम उद्योग धंधे ठप हो गए थे. इसी बीच देहरादून के 19 वर्षीय छात्र यश सिंघल ने चॉकलेट बनाना शुरू किया और इसे ‘दिल से चॉकलेट’ (Dil Se Chocolate Dehradun) नाम दिया, ताकि वह अपनी चॉकलेट के जरिए लोगों के दिलों से कनेक्ट कर सकें. उनकी मेहनत सफल हुई और देहरादून में आज ‘दिल से चॉकलेट’ लोगों के दिलों पर राज कर रही है.
‘दिल से चॉकलेट’ यंगस्टर्स को खूब भा रही है. यश सालाना करीब 9 से 10 लाख रुपये कमा लेते हैं. होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहे यश ने डिग्री से पहले ही अपना रोजगार शुरू कर दिया और अब वह लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं. ‘दिल से चॉकलेट’ के रंग और स्वाद लोगों के दिलों में बस गए हैं. उनकी ओरयो, पान, कॉफी, इलायची, गुलाब फ्लेवर वाली चॉकलेट लोगों को ज्यादा पसंद आती हैं.
यश सिंघल ने कहा, ‘कोरोनाकाल ने हमें सिखाया है कि नौकरी का कोई भरोसा नहीं है, आज है कल नहीं. इसलिए खुद का बिजनेस करना बेहतर ऑप्शन है. इसलिए उन्होंने ‘दिल से चॉकलेट’ की फैक्ट्री शुरू की, जो अब बहुत अच्छे तरीके से चल रही है.’
युवा में है ‘दिल से चॉकलेट’ का खास क्रेज
यश सिंघल के दादा बताते हैं कि यश को बचपन से ही नए काम करना पसंद था. वह क्रिएटिविटी पर जोर देता था और इसीलिए अब अपने इस काम के जरिए खुद कामयाब है और दूसरों को भी रोजगार दे रहा है. वहीं, जिन दुकानों में यश की चॉकलेट बेची जाती है, वह दुकानदार भी बता रहे हैं कि उनकी चॉकलेट को काफी पसंद किया जा रहा है और यंगस्टर खासकर हर फ्लेवर को पसंद कर रहे हैं.
शिमला के IHM से होटल मैनेजमेंट की डिग्री पूरी करने से पहले ही देहरादून के यश सिंघल ने अपने बिजनेस को शुरू करने के बाद बेहतर तरीके से काम करने से सफलता का मुकाम हासिल किया है. यश सिंघल दूसरे युवाओं के लिए मिसाल बन गए हैं. अपने इस बिजनेस के अलावा वह समाज सेवा से भी जुड़े रहते हैं.