नर्सिंग टीचर्स एसोसिएशन और प्रदेश नर्सिंग सर्विसेज एसोसिएशन द्वारा रविवार को प्रेस वार्ता में प्रदेश में नर्सों को आ रही समस्याओं को उजागर किया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में नर्सों के खाली पदों के चलते जहां नर्सों को डबल ड्यूटी शेड्यूल में काम करना पड रहा है। वहीं आईआईएमसी के सिस्टर निवेदिता नर्सिंग कॉलेज में भी छात्राओं को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। साथ ही टीचिंग फैकल्टी की भी भारी कमी है।
इसके अलावा नर्सिंग प्रतिनिधि के रूप में कुछ स्वयंभू नर्सिंग नेता विभाग व सरकार को अपने व्यक्तिगत हितों के लिए गुमराह कर रहे हैं, जिससे नर्सिंग एसोसिएशन और प्रदेश की 99% नर्सों के हित प्रभावित हो रहे हैं। नर्सिंग टीचर एसोसिएशन की प्रधान सुषमा ठाकुर ने पत्रकार सम्मेलन में बताया कि प्रदेश में नर्सों की कमी के चलते नर्सों को काम का बोझ अधिक हो गया है। नर्सिंग कॉलेज में छात्राओं को विभिन्न समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
वहीं, नर्सों के प्रतिनिधि बनकर चंद नर्सिंग नेता लगातार विभाग व सरकार को खुद के हितों के लिए गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 99% नर्सों के हित इससे प्रभावित हो रहे हैं। साथ ही नर्सिंग से संबंधित कोई भी समस्याएं हल नहीं हो पा रही है। इसलिए उन्होंने सरकार व विभाग से अपील की है कि ऐसे झूठे प्रतिनिधियों को रोका जाए और नर्सिंग एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के माध्यम से ही नर्सों के विषय में जानकारी ली जाए।