नाहन में एक जगह, सोफा-कुर्सी-मुडे के साथ-साथ गंदगी के ढेर में खाना

वैसे तो आप शहर की गंदगी को लेकर रोजाना ही खबरें पढ़ते होंगे। साथ ही शहर के कई जगहों पर कूड़े के ढ़ेर भी देखते होंगे, लेकिन हम आपको एक खास जगह के बारे में बताने जा रहे हैं। शायद आपको यकीन करना मुश्किल होगा कि  राज्य सहकारी बैंक के जिला प्रबंधक कार्यालय के एक छोर पर ऐसे गंदगी के ढ़ेर नजर आते हैं, जो बरबस ही हर किसी का ध्यान आकर्षित कर लेते हैं।

दरअसल, एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने एक लंबे अरसे से इस जगह पर  नजर बनाए रखी। इस दौरान पाया गया कि घर के टूटे-फूटे सोफे को गंदगी के ढे़र में फैंक दिया गया। एक मर्तबा मूड़े व टेबल भी गंदगी के ढे़र में नजर आए। हद तो उस दिन हो गई, जब अनाज की बेकद्री बड़े पैमाने पर थी। पूजा की सामग्री के अलावा बचे हलवा-पूरी को फैंका गया था। बीयर की खाली बोतलों के अलावा कोल्ड ड्रिंक्स की आधी इस्तेमाल बोतलें भी कूड़े के ढे़र में नजर आती है। आप खुुद अंदाजा लगा लीजिए, जब खाद्य सामग्री कूड़े के ढ़ेर में होगी तो बंदरों का आतंक कैसा होता होगा।

इस जगह पर वाहनों की अवैध पार्किंग सड़क को संकीर्ण कर देती है। चंद फुट चैड़ी सड़क पर जब किसी भी तरफ से वाहन गुजरता है तो राहगीरों को ऐन गंदगी के ढे़र से सटकर खड़ा होना पड़ता है। ऐसा नहीं है कि नगर परिषद कूड़े को उठाने का प्रयास नहीं करती। लेकिन गंदगी फैंकने वालों ने तमाम सीमाओं को लांघ दिया है। ऐसे में अगर नगर परिषद गंदगी से सबूत तलाश कर इसके लिए जिम्मेदारों का चालान करती है तो उसी सूरत में लातों के भूत सुधर सकते हैं।

गौरतलब है कि रात के अंधेरे में कूड़ा फैंकते हुए एक समाजसेवी का वीडियो भी वायरल हुआ था। उधर, वार्ड नंबर 4 के रहने वाले ईशान राव ने इस जगह को स्वच्छ करने का बीड़ा उठाया हुआ है। उनका कहना है कि जल्द ही नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी से युवाओं का एक प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करने जा रहा है। इस दौरान नगर परिषद को हर तरह का सहयोग दिए जाने की बात भी रखी जाएगी।