चंडीगढ़. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के बाद पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) चंडीगढ़ में पंजाबियों का आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज फिर से शुरू कर दिया गया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक पीजीआई में प्रत्येक महीने पंजाब के लगभग 1,200 से 1,400 रोगियों का आयुष्मान बीमा योजना के तहत इलाज किया जाता है. पंजाब सरकार योजना के तहत पीजीआई सहित कई अस्पतालों के पैसे का भुगतान नहीं कर पा रही थी, जिस कारण हजारों रोगियों का इलाज रोक दिया गया था.
पीजीआई चंडीगढ़ के उप निदेशक (प्रशासन) और आधिकारिक प्रवक्ता कुमार गौरव धवन ने कहा कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालयों के निर्देशों पर पीजीआईएमईआर ने दोबारा से पंजाब के मरीजों का आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के स्वास्थ्य सचिव से भी एक पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें कहा गया है कि अगले कुछ दिनों में सभी बकाया राशि का भुगतान कर दिया जाएगा.
गौरव धवन ने बकाया राशि के भुगतान को लेकर कहा कि पैसे का भुगतान न होने के कारण पीजीआई, पंजाब के लाभार्थियों के लिए आयुष्मान योजना के लाभ को रोकने के लिए विवश थी. गौरव धवन ने आगे कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पीजीआई को 16 करोड़ रुपए से अधिक राशि अदा करनी थी, जिसके बारे में 1 अप्रैल, 13 मई और 7 जून को सरकार को पत्र भी लिखा था, लेकिन सरकार इस राशि का भुगतान नहीं कर पा रही थी.
पीजीआई में इलाज बंद होने के बाद सरकार तुरंत हरकत में आई है और दावा किया है कि वित्त विभाग ने पीजीआईएमईआर और अन्य सरकारी अस्पतालों के लिए 100 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं, जिन्हें पीजीआई सहित अन्य संस्थानों को जारी कर दिया गया है. हालांकि यह राशि अभी पीजीआई को मिली नहीं है. इसके एवज में पंजाब सरकार ने पीजीआई को एक पत्र भेजा है, जिसमें कहा गया है कि पैसे का भुगतान जल्द कर दिया जाएगा.