सोलन में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर शहरी कांग्रेस द्वारा आपात बैठक का आयोजन किया गया | बैठक की अध्यक्षता विधायक धनीराम शांडिल ने की |
विधायक द्वारा फ़ोन पर जिला उपायुक्त ,एसपी और एस डी एम् सोलन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए और उन्हें कोरोना संक्रमण शहर में न फैले इसके लिए उपयुक्त कदम उठाने को कहा गया |
इस मौके पर धनीराम शांडिल ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों पर चिंता जताई और कहा कि प्रदेश को बॉर्डर खोलने के नियमों पर एक बार फिर से विचार करना चाहिए | विधायक ने कहा कि बॉर्डर खोलने से अचानक बहुत संख्या में लोग हिमाचल आ रहे है जिन्हें नियंत्रण करने के लिए ज़्यादा स्टाफ की आवश्यकता है जो जिला प्रशासन के पास नहीं है ऐसे में स्थिति और भी बिगड़ने की आशंका है |
विधायक धनीराम शांडिल ने कहा कि जब से हिमाचल की सीमाएं सरकार ने खोली है तब से हिमाचल की जनता कोरोना रुपी दैत्य का विकराल रूप देख रही है जिसके चलते हिमाचल में भय का माहौल देखा जा रहा है | उन्होंने कहा कि वह जानते है कि पर्यटन के साथ रोज़गार भी जुड़ा हुआ है इस लिए वह इसके विरोध में नहीं है लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा बॉर्डर्स को क्रम वार खोलना चाहिए था |
यही कारण है कि परवाणु और शोघी बॉर्डर्स पर पर्यटकों की भीड़ देखी जा रही है और उनका टैस्ट करने के लिए वहां पर्याप्त स्टाफ नहीं है और वहां भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है और कोरोना के संक्रमितों की संख्या भी अब आसमान छूने लगी है | जिसे देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रदेश सरकार पर्यटन को नहीं बल्कि प्रदेश में कोरोना को बढ़ावा दे रही है |
इस लिए प्रदेश सरकार ने जो निर्णय लिए है उस पर उन्हें पुर्नविचार करने की आवश्यकता है अन्यथा इन निर्णयों के जल्द हिमाचल वासियों को दुषपरिणाम भुगतने पड़ सकते है |