सहायक आयुक्त भानु गुप्ता ने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत परिकल्पित आधारभूत सेवाओं को लक्षित वर्गों तक पहुंचाना समयबद्ध सुनिश्चित बनाया जाए ताकि यह योजना पूर्ण रूप से अपने उद्देश्य में सफल हो सके। भानु गुप्ता आज यहां प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना फेज़-2 की अभिसरण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
भानु गुप्ता ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य ऐसे चिन्हित गांवों का एकीकृत विकास सुनिश्चित बनाना है जहां अनुसूचित जाति की जनसंख्या 50 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत समाज के सभी वर्गों की न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए विभिन्न आधारभूत सेवाएं उपलब्ध करवाने की परिकल्पना की गई है। इसका उद्देश्य असमानताओं को न्यून करना है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत यह सुनिश्चित बनाया जाएगा कि सम्मानजनक जीवन जीने के लिए सभी को आधारभूत सुविधाएं प्राप्त हों और व्यक्ति ऐसे सकारात्मक वातावरण में अपनी क्षमताओं का समुचित उपयोग कर सके।
सहायक आयुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना फेज़-2 के तहत केन्द्र सरकार ने चयनित गांवों के लिए 20 लाख रुपए की धनराशि का प्रावधान किया है। प्रत्येक चयनित गांव को दो बराबर किश्तों में यह राशि प्रदान की जाएगी। धन राशि को दो वर्षों में खर्च करना होगा।
उन्होंने कहा कि ग्राम विकास योजना बनाते समय पेयजल तथा स्वच्छता अधोसंरचना विकास, ठोस तथा तरल अवशिष्ट पदार्थ निपटान सुविधा की स्थापना, विद्यालयों एवं आंगनबाड़ियों में शौचालयों का निर्माण एवं मुरम्मत, आंगनबाड़ियों का निर्माण, हर मौसम के उपयुक्त सड़कांे का निर्माण तथा सौर ऊर्जा चलित प्रकाश एवं स्ट्रीट लाईट स्थापित करने का ध्यान रख गया है।
भानु गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2018-19 में योजना के तहत 10 गांवों का चयन केन्द्र सरकार द्वारा किया गया। इनमें से 09 गांवों में योजना के तहत कार्य आरम्भ कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि योजना के तहत जिला के धर्मपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत टकसाल के कामली गांव, कुनिहार विकास खंड की ग्राम पंचायत देवरा के मंज्याट गांव, नालागढ़ विकास खंड की ग्राम पंचायत मलपुर के मलकु माजरा गांव, ग्राम पंचायत मलोण के कोहू निचला गांव, ग्राम पंचायत बगलेहड़ के पल्ली गांव, ग्राम पंचायत मंझोली के मंझोली गांव, ग्राम पंचायत रतवाड़ी के सरोर गांव, ग्राम पंचायत प्लासी कलां के बीर प्लासी गांव तथा ग्राम पंचायत बारिंया के सलेहरन गांव का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि अर्की निर्वाचन क्षेत्र के ग्याणा गांव को आदर्श ग्राम घोषित किया गया है।
बैठक में अवगत करवाया गया कि योजना के तहत चयनित 09 गांवों में 128 विकास कार्य प्रस्तावित हैं। इनमें से विभिन्न विकास कार्यों का कार्यान्वयन किया जा रहा है।
जिला कल्याण अधिकारी अनुराधा तनवर ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया तथा योजना की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
बैठक में ग्राम पंचायत देवरा की प्रधान अंजना ठाकुर, ग्राम पंचायत मलपुर के प्रधान पोला राम चैधरी, उप पुलिस अधीक्षक बद्दी साहिल आरोड़ा, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी राजकुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डाॅ. राजन उप्पल, उपनिदेशक प्रारम्भिक शिक्षा रोशन जसवाल, उपनिदेशक उच्च शिक्षा जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक मिलाप शांडिल, लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता अरविंद शर्मा, जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता सुमित सूद, प्रदेश विद्युत बोर्ड के अधिशाषी अभियंता विकास गुप्ता तथा जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक केके जसवाल उपस्थित थे।