मानवभारती विश्विद्यालय के एमडी राजकुमार राणा को आज नहीं मिली जमानत |
सोलन मानव भारती विश्वविद्यालय में जहाँ शिक्षा का व्यापार चलता था फर्जी डिग्रियां लाखों रुपए लेकर बेचीं जाती थी यह खुलासा एस आई टी की टीम पहले ही कर चुकी है और हज़ारों फर्जी डिग्रियाँ बरामद भी कर चुकी है |
इस फर्जीवाड़े को लेकर संबंधित कई लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है | इस फर्जीवाडे का मास्टर माइंड राजकुमार राणा भी पुलिस की गिरफ्त में हैं जिसकी जमानत याचिका की सुनवाई आज सोलन जिला न्यायलय में लगी थी | जिसमे अभी माननीय न्यायधीश ने जमानत को लकेर कोई फैसला नहीं लिया | अब अगली सुनवाई पांच अगस्त को होनी निश्चित हुई है | यह जानकारी डी एस पी रमेश शर्मा ने मीडिया को दी |
रमेश शर्मा ने बताया कि डिग्री फर्जीवाड़े के मुख्य अभियुक्त राजकुमार राणा की जमानत याचिका लगाई गई थी जिसमें पुलिस की तरफ से अपना पक्ष रखा गया | फिलहाल इस मामले की अगली सुनवाई पांच अगस्त को होगी |
उन्होंने बताया कि कई कंपनियों से उन्हें पत्र प्राप्त हुए है जिसमे उन्होंने कई डिग्रियों के बारे में पुछा है | ऐसे ही उन्हें कई पत्र विदेश से भी प्राप्त हुए है जिसमे उन्होंने डिग्रियों की जांच करने के लिए आग्रह किया है | अब एस आई टी इन डिग्रियों की जांच भी कर रहा है |
उन्होंने खुलासा करते हुए बताया कि पूरे देश भर में इस विश्वविद्यालय ने अपने सेंटर्स का जाल बिछाया हुआ था | एस आई टी को अंदेशा है कि इन सेंटर्स से भी डिग्रियों की खरीद फरोख्त चलती थी इस लिए इन का भी अन्वेषण किया जाना अभी बाकी है | उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के चलते अभी यह अन्वेषण नहीं हो पा रहा है लेकिन जल्द ही यह जांच पूरी कर ली जाएगी |