बरसात के मौसम में सब्जियों के रेट ने छुआ आसमान

बरसात के मौसम में सब्जियों के दाम आसमान छू गए हैं। जिला मुख्यालय नाहन सहित जिला भर के सब्जी बाजारों में पहुंच रही सब्जियों व फलों के दामों में जुलाई माह के अंतिम सप्ताह से लगातार रिटेल भाव में वृद्धि बनी हुई है।

जिसके चलते आम आदमी की थाली से सब्जियां गायब होने लगी हैं। जिला मुख्यालय नाहन में सब्जी बाजार की बात करें तो यहां सीजनल सब्जियों के भाव भी आसमान छू रहे हैं। नाहन में शिमला मिर्च के भाव 100 रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच गए हैं, जबकि करेला, तौरी, लौकी व फूल गोभी सहित अन्य सब्जियों के दाम भी 60 से 80 रुपए प्रतिकिलो के भाव से बिक रहे हैं।

हालांकि जारी बरसात के मौसम में स्थानीय सब्जियों की आवक भी बढ़ गई है, मगर इन दिनों स्थानीय सब्जियों की आवक में भी तेजी बनी हुई है। सिरमौर में तैयार होने वाली फ्रांसबीन के भाव 80 से 100 रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच गए हैं, जबकि मूली इन दिनों 30 से 40 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से सब्जी बाजारों में बिक रही है।

वहीं टमाटर के भावों में अब तेजी आ रही है। हालांकि सिरमौर का लाल सोना भी इन दिनों स्थानीय मार्केट में आ चुका है। टमाटर के भाव शुरुआती दौर में ही 30 रुपए किलो तक हालांकि स्थिर बने हुए थे, मगर अब टमाटर की विभिन्न वैरायटी के चलते टमाटर के भाव में भी तेजी आ गई है। उधर सब्जी विक्रेताओं का कहना है

कि बरसात के मौसम में सब्जी की थोक मार्केट से ही सब्जियों की आवक कम हो गई है जिससे स्थानीय तौर पर भाव बढ़ गए हैं। उधर उपभोक्ता प्रेमपाल, अलका, प्रेमलता, संतोष इत्यादि ने बताया कि बरसात में लोकल सब्जियों की आवक के बावजूद सब्जियों के रेट में तेजी बनी हुई है। वहीं प्रत्येक सब्जियों में इस्तेमाल होने वाले आलू के दाम भी 30 से लेकर 40 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। (एचडीएम)