Bageshwar Dham Sarkar: बागेश्वर धाम सरकार ने टीकमगढ़ में कथा के दौरान दिव्य दरबार लगाया था। इस दौरान वहां उन्होंने एक भक्त की समस्या का समाधान किया। बड़ी बात ये है कि युवक जो अपनी पर्ची पर लिखकर लाया था बागेश्वर धाम सरकार ने भी वही पर्ची लिखी थी।
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हरियाणा से आया था युवक
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बागेश्वर धाम सरकार की कथा टीकमगढ़ में आयोजित की गई थी। कथा के दौरान बाबा ने दिव्य दरबार लगाया था। इस दिव्य दरबार में हरियाणा का एक युवक शामिल हुआ। उनसे बताया कि वह पलवल का रहने वाला है। युवक अपनी पर्ची में अपनी समस्याएं लिखकर लाया था। बाबा ने उसकी समस्या सुनने से पहले ही अपनी पर्ची लिख दी थी।
बागेश्वर सरकार ने कहा- मैं नहीं करता हूं जातिवाद
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युवक ने बागेश्वर धाम सरकार से कहा कि मैं अनुसूचित जाति का हूं। युवक की बात सुनकर बागेश्वर धाम सरकार ने कहा कि मैं साफ कर देता हूं कि मैं जातिवाद पर भरोसा नहीं करता हूं। मैं अपने आदर्श राम के मार्ग पर चलता हूं। उन्होंने शबरी के घर बेर खाए और आचार्य वशिष्ठ जी के भी घर गए। इसलिए मैं जातिवाद पर भरोसा नहीं करता हूं। बागेश्वर धाम में अभी जो सामूहिक विवाह सम्मेलन हुआ है उसके सबसे ज्यादा कन्याएं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग की थी। सामान्य वर्ग की केवल दो कन्याएं थीं।
सामान्य वर्ग से लिया सबसे ज्यादा सहयोग
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बागेश्वर धाम सरकार ने बताया कि सामूहिक विवाह सम्मेलन में सबसे ज्यादा सहयोग सामान्य वर्ग के लोगों से लिया। उन्होंने कहा कि सामान्य वर्ग से लिए सहयोग से ही गरीब कन्याओं को उपहार दे सका। बता दें कि महाशिवरात्रि के मौके पर बागेश्वर धाम सरकार में गरीब कन्याओं के सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया था। जिसके 122 जोड़ों की शादी कराई गई थी।
बाबा की लिखी पर्ची सही साबित हुई
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युवक ने बागेश्वर धाम सरकार से कहा कि मैं अपनी समस्याओं की पर्ची बनाकर लाया हूं। जिसके बाद युवक ने सबके सामने अपनी समस्याएं पढ़कर सुनाई। जब बागेश्वर धाम सरकार ने अपनी पर्ची सुनाई तो उसमें वही बातें लिखी थी जो युवक अपनी पर्ची पर लिखकर लाया था। बड़ी बात ये है कि युवक के कुछ बताने से पहले ही बागेश्वर धाम सरकार ने अपनी पर्ची लिखकर रख ली थी।
घर में बीमारी और नौकरी की समस्या
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बागेश्वर धाम सरकार के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे युवक ने बताया कि वह सदा के लिए हनुमान जी की सेवा करना चाहता है। उसकी मां बीमार रहती है। घर के किसी भी सदस्य के पास नौकरी नहीं है। बागेश्वर धाम सरकार ने भी अपनी पर्ची में यही बात लिखी थी। बागेश्वर बाबा ने जब अपनी पर्ची खोली तो वहां मौजूद सभी भक्त हैरान रह गए।
विदेश जाने का योग
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बागेश्वर धाम सरकार ने युवक की समस्या का समाधान भी बताया। हालांकि समाधान क्या है ये उन्होंने सार्वजनिक नहीं किया। उन्होंने समस्या का समाधान केवल युवक को अपनी पर्ची दिखाकर बताया। इस दौरान बागेश्वर सरकार ने कहा कि भविष्य में विदेश जाने के योग हैं। बागेश्वर धाम के बालाजी की कृपा बनी रही तो जल्द ही सारी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।