भारतीय संविधान के जनक भीमराव रामजी अंबेडकर के नाम पर प्रदेश में अम्बेडकर भवन का निर्माण किया गया था, ताकि इन भवनों में विभिन्न तरह के राजनैतिक, सामाजिक सभाओं का आयोजन किया जा सके। लेकिन यह भवन आज अपनी बदहाल स्थिति से गुजरने को मजबूर हैं।
मामला, जिला के घुमारवीं में बने अंबेडकर भवन का है, जिस पर 10 लाख रुपये खर्च कर भवन का निर्माण तो किया, मगर उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। वर्ष 2011 में हमीरपुर लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर ने अंबेडकर भवन घुमारवीं का उद्घाटन किया था। जिसके बाद अब करीब 12 वर्षो के बाद इसकी हालत खस्ता हो चली है। एक ओर भवन के अंदर गंदगी का ढेर लगा है, वहीं शरारती तत्वों द्वारा भवन के पंखें व बिजली बोर्ड के स्विच भी चोरी कर लिए गए हैं।
इस बाबत घुमारवीं से कांग्रेस विधायक राजेश धर्माणी का कहना है कि 10 लाख रुपए में इस भवन का निर्माण किया गया है। मगर इसके बाद कोई भी बजट का प्रावधान नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि केवल अंबेडकर भवन घुमारवीं का ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में बने अंबेडकर भवन का यही हाल है। इनके रख-रखाव की जिम्मेवारी किसकी होगी इस बात को तय नहीं किया गया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने अंबेडकर भवन की खस्ता हालत को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए इसे भीमराव अम्बेडकर का अपमान बताते हुए प्रदेश सरकार से जल्द ही इसके रखरखाव के लिए बजट का प्रावधान करने की मांग की है।
वहीं नगर परिषद घुमारवीं अध्यक्ष रीता सहगल ने भी अंबेडकर भवन के रख रखाव के लिए 05 लाख का एस्टीमेट बनाकर उपायुक्त बिलासपुर को भेजने की बात कहते हुए बजट का प्रावधान होते ही इसकी मरम्मत करवाने की बात कही है।