बेटी ने पूरा किया इंस्पेक्टर पापा का सपना, 2 लाख का चैलेंज लेकर बनी पुलिस भर्ती की टाॅपर

नाहन, 5 अगस्त : पुलिस विभाग में निरीक्षक के पद पर तैनात पिता अपनी बेटी से कह बैठे…अगर तुम पुलिस भर्ती (Police Recruitment) में लड़कियों के वर्ग में टाॅप करती हो तो तुम्हें 2 लाख का ईनाम दूंगा। हालांकि, बेटी स्वातिका चौहान की पुलिस भर्ती में कोई रूचि नहीं थी….। मगर लाडली बेटी ने पिता के चैलेंज (Challenge) को स्वीकार कर लिया।

इंस्पेक्टर पापा व बेटी स्वस्तिका चौहान 

वीरवार रात परिणाम जारी हुआ तो पिता इंस्पेक्टर (Inspector) सुरेश चौहान को 2 लाख रुपए की राशि बेटी के खाते में ट्रांसफर करने की जुगाड़बाजी शुरू करनी पड़ी। चूंकि बेटी लड़कियों के वर्ग में तो टाॅपर बन चुकी थी। साथ ही ओवरआल मैरिट में दूसरा स्थान लेकर माता-पिता को हैरत में डाल दिया।

अमूमन माता-पिता ये सोचते हैं कि बच्चे शहरों में पढ़ रहे हैं तो फिजिकल फिटनेस (Physical Fitness) में पिछड़ सकते हैं। मगर स्वातिका ने शारीरिक दक्षता की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया। चंडीगढ़ में चल रही परीक्षाओं के बावजूद वो नाहन पहुंची, ताकि लिखित परीक्षा में अपीयर हो सके।

बता दें कि पांवटा साहिब के गुरु नानक मिशन स्कूल (Guru Nanak Mission School) से प्रारंभिक शिक्षा हासिल करने के बाद स्वास्तिका ने डीएवी काॅलेज चंडीगढ़ (DAV College Chandigarh) से राजनीतिक विज्ञान (Political Science) में आनर्स की पढ़ाई की है। मौजूदा में पंजाब विश्वविद्यालय (Panjab University) के चंडीगढ़ कैंपस से लाॅ (Law) की पढ़ाई कर रही है।

स्वास्तिका  चौहान न केवल एनसीसी (NCC) की सी सर्टिफिकेट होल्डर भी है, बल्कि नेशनल शूटर (National Shooter) भी है। स्वास्तिका 10 मीटर की दूरी पर पिस्टल से अचूक निशाना साधने में भी माहिर है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से लंबी बातचीत में 21 वर्षीय स्वास्तिका चौहान ने कहा कि अचानक ही पापा ने बैठे-बैठे पुलिस भर्ती में टाॅप करने का चैलेंज दे दिया। उसने इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया।

स्वास्तिका ने कहा कि उसे नहीं पता कि पापा 2 लाख ट्रांसफर कर रहे हैं या नहीं। इस राशि को खर्चने के लिए कोई प्लान नहीं है। एक सवाल के जवाब में स्वास्तिका ने कहा कि फिलहाल विधि की पढ़ाई कर रही हैं। कैरियर के अल्टीमेट गोल को लेकर यूपीएससी (UPSC) व वकालत में कंफ्यूजन है। जल्द ही अंतिम निर्णय ले लेगी, क्योंकि अगर यूपीएससी की तरफ जाना होगा तो इसी पर पूरा ध्यान केंद्रित करना होगा।

गौरतलब है कि धौलाकुआं-रेणुका जी मार्ग पर गिरीनगर के रामपुर माजरी से परिवार का ताल्लुक है। पिता सुरेश चौहान भी पुलिस विभाग में एक शानदार शूटर हैं, जबकि मां यशोदा चौहान राजनीतिक विज्ञान (Political Science) की स्कूल प्रवक्ता हैं।

उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में इंस्पेक्टर सुरेश चौहान ने कहा कि वो अपने वादे के मुताबिक बेटी को 2 लाख की राशि जल्द ही खाते में ट्रांसफर कर देंगे। ये बेटी का ही फैसला होगा कि वो इस राशि को कैसे खर्च करेगी।

दीगर है कि स्वास्तिका का छोटा भाई भी नेशनल स्तर का शूटर है। एक मर्तबा स्वास्तिका का आरडी परेड (RD Parade) की कल्चरल एक्टिविटी के लिए भी चयन हो गया था। लेकिन वो अपरिहार्य कारणों से आरडी परेड में हिस्सा लेने दिल्ली नहीं जा पाई थी।

 

कुल मिलाकर स्वास्तिका चौहान की स्टोर लीक से हटकर कई मायनों में है। पहली ये कि अगर दृढ़ संकल्प हो तो मुकाम को हासिल किया जा सकता है। दूसरा ये कि बेटी अनमोल है।

आपको बता दें कि सिरमौर की पुलिस भर्ती में दस्तावेज मूल्यांकन में स्वास्तिका को ओवरआल सबसे अधिक 10.54 अंक प्राप्त हुए। कद में भी पूरे अंक प्राप्त हुए। स्वास्तिका ने कुल 67.54 अंक लेकर समूचे सिरमौर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है।