बदलते जमाने के साथ जितना बदलाव महिलाओं के रहन सहन तथा उनके व्यक्तित्व में आया है, उसे सबसे बड़ा बदलाव कहा जा सकता है. या यूं कहें कि सदियों से खुद को साबित करने का मौका मांग रही इन महिलाओं को जब मौका मिला, तो इन्होंने हर क्षेत्र में कामयाबी के झंडे गाड़ दिए. हमारे ही परिवार की कई महिलाओं ने घर की चहारदीवारी में अपनी सारी ज़िंदगी गुजार दी.
किन्तु आज जब इन महिलाओं को अवसर मिला तो इन्होंने अंतरिक्ष को भी अपने कदमों से नाप दिया. वैसे तो महिलाओं ने सभी का भरोसा जीत लिया, लेकिन फिर भी कुछ एक ऐसे क्षेत्र हैं जहां महिलाओं की पहुंच इतनी ज्यादा नहीं है. जैसे कि संपत्ति, देखा जाए तो महिलाएं शुरू से ही घर के धन का हिसाब किताब करती आई हैं लेकिन उस धन पर कभी भी मालिकाना हक़ नहीं रहा इनका.
हालांकि, अब ज़माना बदल गया है. आज की महिलाएं संपत्ति के मामले में भी किसी से पीछे नहीं हैं. आज हम आपको बताते हैं भारत की उन महिलाओं के बारे में जिन्हें जानने के बाद आपको लगेगा जैसे धन के देवता कुबेर ने इन्हें अपने खजाने में से हिस्सेदारी दे दी हो :
1. सावित्री जिंदल
आम तौर पर एक महिला जो नौ बच्चों की मां और एक मंत्री की पत्नी रही हो उसके घर में ही इतने कामकाज होंगे कि उसे कभी अपना कारोबार देखने की फ़ुरसत ही नहीं मिलती होगी लेकिन सावित्री जिंदल आम नहीं बल्कि खास महिला हैं. इसीलिए तो वह एक मां, एक पत्नी एक सफल गृहिणी, एक मंत्री और एक सफल कारोबारी के रूप में अनगिनत भूमिकाएं निभा चुकी हैं.
जिंदल ग्रुप्स की चेयरपर्सन तथा हरियाणा सरकार में पूर्व मंत्री रह चुकीं 70 वर्षीय सावित्री जिंदल ने देश के टॉप 10 धनकुबेरों के में अपनी जगह बनाई है. खास बात यह है कि वह इस लिस्ट की इकलौती महिला हैं. इसी के साथ वह भारत की सबसे अमीर महिला हैं. अमेरिका की ऑलओवर की सूची में उनका नाम 20 वें नंबर पर आता है.
सावित्री जिंदल की कुल संपत्ति 7.1 अरब डॉलर यानी 52,000 करोड़ है. इनके पति ओम प्रकाश जिंदल हिसार विधानसभा क्षेत्र से तीन बार चुनाव जीते तथा हरियाणा सरकार में ऊर्जा मंत्री भी रहे. 2005 में एक हवाई दुर्घटना में हुए पति के निधन के बाद सावित्री जिंदल ने कारोबार की बागडोर अपने हाथ में संभाली तथा अपने काम को बेहतरीन ढंग से निभाया.
2. रौशनी नादर मल्होत्रा
रौशनी नादर मल्होत्रा एचसीएल के संस्थापक तथा अरबपति शिव नादर की इकलौती संतान हैं. आपको संपत्ति भले वसीयत में लिखी हुई मिल सकती है लेकिन आप उस संपत्ति को किस तरह से इस्तेमाल करते हैं ये आपकी काबिलियत पर निर्भर करता है. आप चाहें तो उस संपत्ति को लुटा सकते हैं या फिर उसे और बढ़ा सकते हैं. रौशनी उन में से हैं, जिन्होंने अपने पिता की संपत्ति को अपनी काबिलियत के दम पर बढ़ाया है.
वह काबिल हैं इसीलिए उन्हें इसी साल जुलाई में एचसीअल टेक का चेयरपर्सन नियुक्त किया गया. इस साल कोटक वेल्थ हुरुन द्वारा जारी सूची के अनुसार रौशनी 54,850 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं. एचसीएल टेक के साथ साथ वह एचसीएल कॉरपोरेशन की सीईओ तथा एक्सीक्यूटिव डायरेक्टर भी हैं. ये कंपनी एचसीएल टेक तथा एचसीएल इन्फ़ोसिस्टम को कंट्रोल करती है.
रोशनी ने नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से कम्युनिकेशन्स विषय में डिग्री प्राप्त की तथा केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. अपना बिज़नेस संभालने से पहले रौशनी यूके के स्काई न्यूज़ तथा अमेरिका के सीएनएन में न्यूज़ प्रोड्यूसर के पद पर काम कर चुकी हैं.
3. विनोद राय गुप्ता
विनोद राय गुप्ता इस लिस्ट की दूसरी ऐसी महिला हैं जिन्होंने ये साबित किया है कि एक गृहिणी को अगर मौका मिले तो वह एक बड़े कारोबार की अच्छी संचालिका भी बन सकती है. एक लंबे समय तक विनोद अपने घर को संभालती रहीं लेकिन जब उनके पति इस दुनिया से चल बसे तो उन्होंने घर के साथ साथ बिजनेस की बागडोर भी अपने हाथों में ले ली.
विनोद राय गुप्ता के पति कीमत राय गुप्ता ने 1958 में एक कंपनी की शुरुआत की जिसका नाम रखा गया हैवल्स. आज ये कंपनी देश में अपनी एक अलग पहचान रखती है. विनोद राय गुप्ता 3.55 बिलियन डॉलर यानी 2618 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं. इनके बिज़नेस में इनका हाथ बंटाते हैं इनके बेटे अनिल राय गुप्ता.
4. लीना गांधी तिवारी
ऐसे बहुत से लोग हैं जिनके पास बड़ा कारोबार तथा ढेर सारी दौलत है लेकिन उस कारोबार को चलाने और संपत्ति को बढ़ाने वाला बेटा नहीं है. ऐसे लोग अक्सर इसी चिंता में रहते हैं कि सालों की मेहनत से बढ़ाए इस कारोबार को आगे कौन ले कर जाएगा लेकिन जिनके पास लीना तिवारी जैसी बेटियां होती हैं उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ती. लीना के पिता विट्ठल गांधी ने 1961 में एक फार्मा कंपनी की शुरुआत की.
कंपनी का नाम रखा यूएसवी इंडिया. यह कंपनी डायबिटिक और कार्डियोवस्कुलर ड्रग्स बनाती है. पिता के बाद लीना ने इस कंपनी का संचालन अपने हाथ में लिया. वह इस कंपनी की चेयरपर्सन हैं तथा उनके पति प्रशांत तिवारी इस कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. बॉस्टन यूनिवर्सिटी से एमबीए करने के बाद लीना ने अपने कारोबार को संभाला. बिज़नेस चलाने के साथ साथ लीना समाज सेवा में भी सक्रिय रहती हैं.
लीना के पास कुल 3.55 बिलियन डॉलर यानी लगभग 2212 करोड़ की संपत्ति है.
5. नीलिमा मोटापर्ती
इस लिस्ट के ज़्यादातर नाम ऐसे हैं जो उन लोगों के लिए एक जवाब के सामन हैं जो सोचते हैं कि महिलाएं केवल घर संभाल सकती हैं. लेकिन वे ये नहीं जानते कि अगर मौका मिले तो ये महिलाएं घर के साथ साथ व्यापार भी बहुत अच्छे ढंग से संभाल सकती हैं. नीलिमा मोटापर्ती भी एक ऐसा ही उदाहरण हैं. नीलिमा फार्मा मेजर डिविज़ (Divi’s) लेबोर्टरिज़ के कमर्शियल विभाग की डायरेक्टर हैं.
इन्होंने ने 2012 में डिविज़ लेबोर्टरिज़ की कमान अपने हाथों में संभाली. इससे पहले इन्होंने इस व्यापार को समझने के लिए 5 साल तक मेहनत की. नीलिमा की अपनी संपत्ति 18,620 करोड़ है.
6. किरण मजूमदार शॉ
इस लिस्ट का अगला नाम है किरण मजूमदार शॉ. किरण उन सभी महिलाओं और लड़कियों के लिए प्रेरणा हैं जो मध्यवर्गीय परिवार से होने के कारण बड़े सपने देखने की हिम्मत नहीं जुटा पातीं. किरण एक मध्यवर्गीय परिवार से ज़रूर थीं लेकिन उन्होंने ब्रिउइंग में आस्ट्रेलिया से मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की थी. ब्रिउइंग कोर्स किण्वन की प्रक्रिया है जिसमें अलग-अलग तरह के अल्कोहल सही तरह से मिलाने की कला सिखाई जाती है.
इनके लिए सबसे बड़ी दिक्कत थी इनका महिला होना. जब यह पढ़ाई पूरी कर भारत लौटीं तो इन्हें किसी भी बीयर कंपनी में नौकरी नहीं मिली. सबने उनके महिला होने का हवाला दे कर उन्हें मना कर दिया. लेकिन किरण ने हार नहीं मानी, भारत में हर जगह से नकारे जाने के बाद उन्हें स्कॉटलैंड में नौकरी मिली. यहीं से उनकी किस्मत का दरवाजा खुलने वाला था.
अपने जमा किए हुए 132 डॉलर यानि उस समय के हिसाब से 1200 रुपये से बिज़नेस शुरू करने वाली किरण भारत की पहली अरबपति महिला बनीं. किरण मजूमदार की कंपनी की कीमत आज 37000 करोड़ रुपयों है. फोर्ब्स ने उन्हें दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की सूचि में शामिल किया है.
7. जयश्री उल्लाल
साल 2018 में जयश्री उल्लाल को फोर्ब्स द्वारा दुनिया की 60 सबसे अमीर महिलाओं की सूची में 18 वां स्थान प्राप्त हुआ था. जयश्री कुल 1.42 बिलियन डॉलर यानी लगभग 97 अरब रुपयों की मालकिन हैं. जयश्री कम्प्यूटर नेटवर्किंग कंपनी एरिस्ता की अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी हैं.
स्कूल के बाद अपनी पूरी पढ़ाई अमेरिका से करने वाली जयश्री ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीएस और इंजीनियरिंग मैनेजमेंट से मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की. साल 2008 में इन्होंने एरिस्ता नेटवर्क के सीईओ का पद संभाल. अपनी लगन, मेहनत और सूझबूझ से इन्होंने अपनी घाटे में चल रही कंपनी को कामयाबी तक पहुंचाया.
साल 2017 में इस कंपनी ने 110 अरब रुपए का प्रॉफ़िट कमाया था. इनकी काबिलियत के लिए इन्हें साल 2005 में विश्व के 50 प्रभावशाली लोगों और साल 2018 में वर्ल्ड बेस्ट सीईओ की सूची में स्थान मिल चुका है.