कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की प्रभावित “भारत जोड़ो यात्रा” को लेकर सोमवार को सिविल सोसायटी के कई प्रमुख लोगों के साथ बैठक की. राहुल गांधी के साथ हुई इस बैठक में ‘स्वराज इंडिया’ के योगेंद्र, योजना आयोग की पूर्व सदस्य सैयदा हमीद, ‘एक परिषद’ के पीवी राजगोपाल और कई अन्य सामाजिक-गैर सरकारी संगठनों के करीब 150 प्रतिनिधि शामिल हुए है.
इस बैठक में राहुल ने कहा कि यह यात्रा उनके लिए “तपस्या” की तरह है और भारत को एकजुट करने की लंबी लड़ाई के लिए वह तैयार हैं उन्होंने कहा कि इस यात्रा में मेरे साथ कोई चले ना चले.
मैं अकेला चलूंगा. राहुल गांधी ने कहा, “भारत की राजनीति का ध्रुवीकरण हो गया है. हम अपनी यात्रा में लोगों को बताएंगे कि कैसे एक तरफ आरएसएस की विचारधारा है.हम इस विश्वास को लेकर यात्रा शुरू कर रहे हैं कि भारत के लाग ताड़ने की नहीं, बल्कि जोड़ने की राजनीति हैं.”
कांग्रेस की यह यात्रा 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से आरंभ होगी, जो 3500 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए कश्मीर में ,समाप्त होगी. कांग्रेस का कहना है कि इस यात्रा में सामाजिक संगठनों प्रतिनिधि और समान विचारधारा के लोग शामिल हो सकते है.
बैठक के बाद इन प्रतिनिधियों ने घोषणा की. वे देश को जोड़ने के इस अभियान से जुड़ेगे और आने वाले दिनों में इसके समर्थन में अपील भी जारी करेंगे.