नई दिल्ली. भारत में मंकीपॉक्स के मामले सामने आने लगे हैं. यह एक खतरनाक बीमारी है और दुनियाभर के कई देश इसकी चपेट में हैं. अब सवाल यह उठता है कि क्या यह नई तरह की बीमारी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में कवर होगी या नहीं? क्या ट्रैवल इंश्योरेंस में इस बीमारी का कवरेज मिलेगा? लोग इसे लेकर इंटरनेट खंगाल रहे हैं. आपकी इसी दुविधा या सवाल का जवाब आपको इस खबर में मिल जाएगा.
हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर के जानकार बताते हैं कि आपने जो भी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी ली है, आपको उस पॉलिसी में इस बीमारी का कवरेज भी मिलेगा. इसके बारे में आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.
रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के सीईओ राकेश जैन कहते हैं, “भारत में पहले मंकीपॉक्स के मामले की रिपोर्ट के मद्देनजर, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि मंकीपॉक्स सहित सभी संक्रामक रोग बुनियादी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के अंतर्गत आते हैं. यदि किसी व्यक्ति का उपचार किया जाता है, तो वह अस्पताल में भर्ती होता है.
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जो भी अस्पताल में इलाज होगा, उसे व्यक्तिगत हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत कवर किया जाएगा.”
पहला मामला केरल में सामने आया है, जहां संयुक्त अरब अमीरात से यात्रा करने वाला एक व्यक्ति में इसका वायरस मिला है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, “मंकीपॉक्स का एक पॉजिटिव मामला सामने आया है. वह यूएई का एक यात्री है. वह 12 जुलाई को प्रदेश पहुंचे थे. वह त्रिवेंद्रम हवाई अड्डे पर पहुंचे और WHO और ICMR द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी कदम उठाए जा रहे हैं.”
क्या ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी बीमारी को कवर करती है?
इस पर जैन ने कहा कि यदि कोई विदेश यात्रा कर रहा है, तो यह ध्यान रखना अनिवार्य है कि कुछ ट्रैवल पॉलिसीज़ केवल एक्सीडेंटल मृत्यु और एक्सीडेंट के चलते अस्पताल में भर्ती होने को कवर करती हैं. उन पॉलिसियों में मेडिकल हॉस्पीटलाइजेशन काम शामिल नहीं होता है. कस्टमर्स को अंतर्राष्ट्रीय ट्रैवल के दौरान अपनी पॉलिसी में मेडिकल एक्सपेंस जैसे फीचर्स को शामिल कराना चाहिए, ताकि किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी जैसे कि हॉस्पीटलाइजेशन, ऑउट पेशेंट और कैशलेस हॉस्पीटलाइजेशन का लाभ प्राप्त हो सके.
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उन्होंने आगे कहा कि विदेश यात्रा के दौरान मंकीपॉक्स के लिए कराए गए उपचार पर आए खर्च को मेडिकल एक्सपेंस में शामिल किया जाता है. को-हैबिटेशन, आमतौर पर पॉलिसी कवर में शामिल नहीं होता है. इसलिए, पॉलिसी चुनते समय सुविधाओं और बहिष्करणों (Exclusions) के बारे में विस्तार से जान लेना चाहिए और बेहतर कवरेज करने के लिए सही ऐड-ऑन चुनना चाहिए.