मथुरा: श्री कृष्ण की नगरी मथुरा के वृंदावन में एक बंदर के शरारत का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है. यहां एक बंदर, मथुरा के डीएम नवनीत सिंह चहल का चश्मा लेकर रफूचक्कर हो गया. पुलिस प्रशासन और अधिकारियों की काफी मशक्कत के बाद डीएम का चश्मा बंदर से वापस ले लिया गया. मगर, बंदर किसी भी हालत में चश्मा वापस करने को तैयार नहीं हुआ. इसके बाद पास की एक दुकान से फ्रूटी मंगाई गई. यह देख कर बंदर पास आया और फ्रूटी लेकर चश्मा वापस कर भाग गया. इस तरह 5 मिनट बाद DM को उनका चश्मा वापस मिल पाया.
दरअसल, DM नवनीत चहल बांके बिहारी मंदिर में हुए हादसे के बाद जानकारी लेने वृंदावन पहुंचे थे. उनके साथ SSP अभिषेक यादव और अन्य अफसर भी थे. DM-SSP राधा बल्लभ मंदिर के पास से रास्तों को देखते हुए जा रहे थे.
चेहरे से उतारकर चश्मा लेकर भागा
शासन द्वारा गठित समिति में शामिल पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह और आगरा मंडलायुक्त गौरव दयाल को रविवार को निरीक्षण के लिए आना था. उससे पहले ही आज जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, एसएसपी अभिषेक यादव और अन्य अधिकारियों के साथ बांके बिहारी मंदिर के आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण कर रहे थे. तभी वृंदावन में उछलकूद कर रहा एक बंदर जिलाधिकारी की चेहरे पर लगे चश्मे को उतारकर ले गया.बंदर के पीछे भागे पुलिसकर्मी
डीएम कुछ समझ पाते उसके पहले ही बंदर चश्मा लेकर भाग गया. डीएम का चश्मा लेने के बाद बंदर बिना लापरवाही बरते तत्काल ऊपर चढ़ गया. जिलाधिकारी का पूरा अमला बंदर को देखते हुए रह गया. बंदर से चश्मा वापस लेने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने प्रयास करने शुरू कर दिए थे. लेकिन बंदर तो वृंदावन का बंदर था, वो आसानी से कहां मानने वाला था. बंदर ने चश्मा वापस देते तक मे डीएम और एसएसपी के पसीने छुड़वा दिए. काफी मशक्कत के बाद जब सिपाही ने भागकर बंदर का पीछा किया तब कहीं जाकर बंदर, चश्मा छोड़कर भाग निकला. बंदर से चश्मा वापस मिलने के बाद डीएम साहब ने बिना चश्मे के ही मुआयना किया.