मिटटी के मलवे के नीचे मेरे परिवार को भी कर दो दफन

सोलन में सलोगड़ा के समीप लगते गाँव जोखडी के निवासी बेहद दुखी और चिंतित है  उनकी  सोना उगलती ज़मीन  बंजर बनती जा रही है | उनके एक मात्र पानी के स्त्रोत भी खत्म होने की कगार पर है जिसकी सबसे बड़ी वजह है फोरलेन निर्माण कार्य की डम्पिंग साइट जहाँ सैकड़ो गाड़ियां सड़क से मलवे की फेंकी जा रही है यह मलवा बारिश होने पर बह कर खेतों तक पहुंच रहा है | बड़े बड़े पत्थर  बिना किसी सूचना के  सड़क से गिरा दिए जाते है जो गावनवासियों के खेतों तक पहुंच रहे है | यहाँ तक की गांववासियों का एक मात्र पानी का स्त्रोत कई बार इस मलवे के नीचे दब चुका है  गौर तलब यह है कि इस की शिकायत गाँववासी जिला प्रशासन से लेकर प्रदेश सरकार तक कर चुके है लेकिन अभी तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है इस लिए वह प्रदेश सरकार से मांग कर रहे है कि उनके खेतों की तरह उनके परिवार को भी इस मलवे के नीचे दफन कर दिया जाए |

जोखडी गाँव के किसानों ने कहा कि फोरलेन निर्माण से निकलने वाले मलवे को सड़क से लगातार फेंका जा रहा है जिसकी वजह से उनके खेत पूरी तरह से बर्बाद हो रहे है उनके प्रकृतिक पानी के स्त्रोत खत्म होने की कगार पर है | जिसके लिए वह मुख्यमंत्री को 1100 नंबर पर शिकायत कर चुके है लेकिन वहां से उन्हें यह कह कर टाल दिया है कि वह इस तरह की शिकायतें इस योजना के तहत नहीं लेते है | ऐसे में उन्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिर वह अपनी शिकायत किसको जा कर दें | जिला प्रशासन उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा है | जिसके चलते उनके खेत उनकी नज़रों के सामने मिट्टी के मलवे के नीचे दबते जा रहे है |