मेस के खाने पर फूट-फूटकर रोने वाले सिपाही का एक और वीडियो वायरल, बोला- ये पागल घोषित करना चाहते हैं

फिरोजाबाद पुलिस लाइन की मेस के खाने को लेकर बीच सड़क पर  फूट-फूटकर रोने वाले सिपाही मनोज कुमार का एक और वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में सिपाही ने पुलिस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सिपाही ने कहा कि खाने की शिकायत का वीडियो वायरल होने के बाद उसे आगरा ले जाया गया। चिकित्सीय परीक्षण के नाम पर उसे मेंटल घोषित करने का प्रयास किया गया। इतना ही नहीं सिपाही ने आरोप लगाया कि उसके साथ खींचातानी की गई, जिसमें उसको चोट लगी है।

सिपाही ने आरआई पर वर्दी पकड़कर खींचने का आरोप लगाया है। सिपाही का नया वीडियो सामने आने के बाद फिरोजाबाद पुलिस के अधिकारियों की चिंता एक बार फिर बढ़ गई है। हालांकि, एसएसपी ने इस मामले के गंभीरता से लेते हुए सीओ लाइन हीरालाल कनौजिया को जांच सौंपी है। वायरल हो रहे दूसरे वीडियो में सिपाही मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस का उसके साथ रवैया पूरी तरह बदल गया है।

फूट-फूटकर रोया सिपाही

सिपाही मनोज कुमार ने बताया कि उसे मेडिकल के लिए आगरा ले जाया गया, जहां उसे मेंटल घोषित कराने का प्रयास किया गया। आरआई  पर सिपाही ने वर्दी पकड़कर खींचने का आरोप भी लगाया है।

सिपाही को लेकर जाते पुलिसकर्मी

सिपाही मनोज कुमार ने सीएम योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि उसकी शिकायत पर उचित कार्रवाई करें। उसने कहा कि कोई अपराध तो नहीं किया, बस जनता की सेवा में तैनात रहने वाले सिपाही ने खाने लायक भोजन तो ही मांगा है।

सिपाही के हाथों में भोजन की थाली

सिपाही मनोज कुमार ने बताया कि उसके प्रकरण की सीओ लाइन जांच कर रहे हैं। उसने सीओ लाइन के पास अपने बयान दर्ज कराए, लेकिन उसके बयानों की कॉपी तक उसे नहीं दी गई।

बता दें कि पुलिस कार्यालय के समन सेल में तैनात सिपाही मनोज कुमार का मेस के खाने पर सवाल उठाते हुए बुधवार को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था। सिपाही इस दौरान रोटी दिखाते हुए कह रहा था कि आखिर ऐसे खाना कैसे खाऊं। एसएसपी आशीष तिवारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच सीओ लाइन हीरालाल कनौजिया को सौंप दी है। इधर, आरोप लगाने वाले सिपाही मनोज कुमार को पांच दिन का अवकाश दे दिया गया है।