भरतपुर. राजस्थान का भरतपुर (Bharatpur) जिला दिन-प्रतिदिन अपराधों के लिये कुख्यात होने के साथ ही अब आसपास के राज्यों के अपराधियों की बड़ी शरणस्थली (Refuge for criminals) भी बनता जा रहा है. यहां के अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. हाल ही में भरतपुर सांसद रंजीता कोली पर हुये जानलेवा हमले की घटना के बाद अब उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को धमकी देने वाला आरोपी भी भरतपुर का निकला. उसे दो दिन पहले ही भरतपुर के जुरहरा थाना इलाके से गिरफ्तार किया गया है. वहीं इससे पहले राजस्थान के सटे हरिणाया राज्य में पुलिस अधिकारी को डंपर से कुचलकर फरार हुये आरोपी ने भी भरतपुर में ही शरण ली थी. उसे भरतपुर के पहाड़ी इलाके से पकड़ा गया था.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को धमकी देने वाला आरोपी 25 वर्षीय सरफराज भरतपुर के जुरहरा थाना क्षेत्र के गांव सतपुरा गांव का रहने वाला है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की साइबर सेल पुलिस ने बीते 12 अगस्त को सरफराज को सतपुरा गांव से गिरफ्तार किया था. इसके लिये यूपी पुलिस भरतपुर के मेवात आई और वहां से आरोपी सरफराज को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई. यूपी पुलिस के टोल फ्री नंबर 112 के व्हाट्सएप नंबर पर यह धमकी दी गई थी. उसके बाद सुशांत गोल्फ सिटी थाने में मामला दर्ज कराया गया था. सरफराज शादीशुदा बताया जा रहा है. उसके दो बेटे भी हैं. उसके पिता इलाके में झोलाछाप डॉक्टर का काम करते हैं.
मथुरा पहुंचने के बाद यूपी पुलिस ने दी भरतपुर पुलिस को सूचना
हैरत की बात यह कि भरतपुर पुलिस इस मामले भी अनजान रही. भरतपुर पुलिस को यूपी पुलिस की इस कार्रवाई की भनक तक नहीं लगी. यूपी पुलिस आई और आरोपी को गिरफ्तार करके ले गई. मथुरा पहुंचने के बाद यूपी पुलिस ने जुरहरा थाना पुलिस को इसकी सूचना दी कि आपके थाना इलाके से आरोपी सरफराज को एक मामले में गिरफ्तार किया गया है. रविवार को इस मामले की सुगबुगाहट होने के बाद से भरतपुर पुलिस के अधिकारी इसको लेकर जवाब देने से कन्नी काट रहे हैं.
पुलिस अधीक्षक बोले उन्हें मामले की जानकारी नहीं है
पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है. इससे पहले हरियाणा में डीएसपी सुरेन्द्र सिंह बिश्नोई की हत्या कर खनन माफियाओं का गुर्गा शब्बीर उर्फ पित्तर राजस्थान आ गया था. यहां उसने भरतपुर जिले में शरण ली थी. बाद में हरियाणा पुलिस ने उसे ट्रेक करते हुये 20 जुलाई को भरतपुर जिले के पहाड़ी थाना इलाके के गंगोरा गांव से पकड़ा था. उस समय भी भरतपुर पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग पाई.