उज्जैन. उज्जैन जिले की बड़नगर पुलिस ने नवगृह मंदिर से गायब शिवलिंग के मामले का राज खोल दिया है. ये शिवलिंग बड़नगर तहसील क्षेत्र अंतर्गत थाना भाट पचलाना में 9 अगस्त को गायब हुआ थे. पुलिस ने 48 घंटे के अंदर आरोपी को पकड़ कर मामले का राज खोल दिया. पुलिस ने बताया कि आरोपी योग गुरु ने भतीजी की मौत से दुखी होकर शिवलिंग हटाया था. उसकी भतीजी रोज यहां जल चढ़ाती थी, इसके बावजूद उसकी मृत्यु हो गई. यह बात आरोपी सहन नहीं कर सका और शिवलिंग ही गायब कर दिया.
गौरतलब है कि फरियादी तेजराम (40) पिता हेमराज नागर, जाति धाकड़, निवासी ग्राम माधोपुरा ने रिपोर्ट दर्ज कार्रवाई थी कि ग्राम रुनिजा व ग्राम माधोपुरा के बीच स्थित नवगृह शिव मंदिर में शिवलिंग गायब है. यह शिवलिंग 100 वर्ष पुराने मंदिर में स्थापित है. शिवलिंग के साथ असामजिक तत्व ने बीती रात छेड़खानी की और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश की. पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए अज्ञात शख्स के विरुद्ध धारा 295, 379 में प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया था. उसके बाद पुलिस ने 48 घंटे के अंदर आरोपी को धर दबोचा. आरोपी पास की मस्जिद में लगे सीसीटीवी में कैद हो गया था.
इस तरह हुई आरोपी की पहचान
थाना भाट पचलाना पुलिस ने बताया कि शिकायत के बाद घटना स्थल का निरीक्षण किया. यहां शिवलिंग झाड़ियों से मिला. शिवलिंग को मंदिर में पुनर्स्थापित करने के लिए गांववालों को दे दिया. इसके बाद अज्ञात आरोपी की तलाश के लिए घटना स्थल से करीब 100 मिटर दूर लगे मस्जिद में लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाले. इसमें दिखाई दिया कि 8 अगस्त की रात करीब 9.35 बजे गांव रूनिजा में रहने वाला एक व्यक्ति मंदिर तरफ जा रहा है. ठीक दस मिनट बाद वही व्यक्ति वापस आता दिखाई दिया. उसकी गतिविधि संदिग्ध लगी. उसे पकड़कर पूछताछ और पूरा मामला खुल गया.भगवान शिव से नाराज था आरोपी
पूछताछ के दौरान उक्त आरोपी ने बताया कि 8 अगस्त को उसकी भतीजी की मौत हो गई थी. वह रोज नवगृह शिवमंदिर में जल चढ़ाने जाती थी. इस कारण वह शिव मंदिर में गया और भगवान पर गुस्सा करने लगा. गुस्सा करते-करते आरोपी ने शिवलिंग को उखाड़ कर मंदिर के पीछे झाड़ियों में रख दिया. दरअसल सावन माह होने से रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु क्षेत्र के प्राचीन मन्दिरों में दर्शन को पहुंचते हैं. 9 अगस्त की सुबह मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं को शिवलिंग नहीं मिला तो उन्होंने नाराजगी जताई.