रक्षाबंधन (Rakshabandhan) का त्योहार सावन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस साल रक्षाबंधन गुरुवार 11 अगस्त 2022 को है, लेकिन रक्षाबंधन से पहले मंगल और राहु ग्रह का अशुभ योग बन रहा है, जिसे अंगारक योग (Angarak Yoga) बताया जा रहा है. अंगारक योग 10 अगस्त तक मेष राशि में रहेगा. ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों के सेनापति मंगल ग्रह ने 27 जून को मेष राशि में प्रवेश किया. तब राहु पहले से ही मेष राशि में विराजमान थे. मंगल और राहु की युति से मेष राशि में अंगारक योग बना. अंगारक योग को ज्योतिष में अशुभ योग माना जाता है. हालांकि रक्षाबंधन से पहले यानी 10 अगस्त को मंगल-राहु की युति से बना अंगारक योग समाप्त हो जाएगा.
ज्योतिष के अनुसार इन राशि के जातकों को रक्षाबंधन तक बेहद सावधान रहने की जरूरत है. दिल्ली के आचार्य गुरमीत सिंह जी से जानते हैं किन चार राशियों को रक्षाबंधन तक रहना चाहिए सावधान और अंगारक योग का इन पर क्या पड़ सकता है प्रभाव.
मेष राशि
मंगल और राहु की युति से ही मेष राशि में अशुभ अंगारक योग बन रहा है, इसलिए इस राशि के जातकों को रक्षाबंधन तक विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. मेष राशि वाले लोग अपने क्रोध पर संयम रखें क्योंकि आपका व्यवहार ही आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है. वाद-विवाद से दूर रहें और यात्रा के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें.
वृष राशि
रक्षाबंधन तक वृष राशि के लोगों को बहुत संभलकर रहने की जरूरत है. अशुभ अंगारक योग के कारण दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए इस दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें. पैसों का लेन-देन सोच-समझ करें.
कर्क राशि
मंगल और राहु की युति से बनने वाले अंगारक योग का कर्क राशि के जातकों पर भी अशुभ प्रभाव पड़ेगा. आपकी अनियंत्रित वाणी और क्रोध ही आपके मुसीबत का कारण बन सकती है, इसलिए वाणी पर संयम रखें.
तुला राशि
अंगारक योग के अशुभ प्रभाव से तुला राशि वाले जातकों के वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ सकती हैं. घर पर भी कलह-क्लेश की स्थिति पैदा हो सकती है. परिवार के अलावा कार्यक्षेत्र में भी परेशानियां का सामना करना पड़ सकता है.