भारतीय जनता पार्टी जिला सोलन के जिला अध्यक्ष आशुतोष वैद्य ने राजन सुशांत पर निशाना साधते हुए कहा कि राजन शुशांत का राजनीतिक अस्तित्व खत्म हो चुका है आज राजन सुशांत फसली राजनेता के रूप में उभर कर निकल कर आ रहे हैं।जब भी चुनाव करीब आता है तो राजन सुशांत हमेशा अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश करते हैं और इस प्रकार पूरे प्रदेश में घूमकर जगह-जगह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश करते हैं जिसमें वह हमेशा विफल होते हैं।
राजन सुशांत की राजनीति केवल अपने तक ही सीमित रही है कभी वह अपने लिए टिकट मांगते हैं या तो कभी अपनी बीवी के लिए टिकट मांगते दिखाई देते हैं भारतीय जनता पार्टी ने जब वह पार्टी में थे तो उनको हमेशा शीर्ष नेतृत्व की तरह माना था पर जब परिवर्तन की लहर आई तब उन से बर्दाश्त नहीं हुआ और वह भारतीय जनता पार्टी से बागी हो गए।
जो राजनेता अपनी मूल पार्टी का ना हो सका वह किसका होगा।उन्होंने कहा कि राजन सुशांत को जयराम ठाकुर की सरकार की आलोचना करने का कोई अधिकार नहीं है जिस प्रकार जयराम ठाकुर सरकार ने अपने ढाई वर्ष के कार्यकाल में काम किया है वह स्वर्णिम कार्यकाल माना जा सकता है अनेकों मुश्किलों का सामना करते हुए जयराम ठाकुर ने आम आदमी की सेवा करने में बिल्कुल कमी नहीं रखी है।उन्होंने कहा आज राजन सुशांत अपनी राजनीति चमकाने के लिए जयराम सरकार पर आरोप लगा रहे हैं परंतु भारतीय जनता पार्टी उनसे पूछना चाहती है कि पूरे कोविड-19 के संकट काल में राजन सुशांत कहां थे क्या कर रहे थे अपना लेखा-जोखा जनता के सामने रखें भारतीय जनता पार्टी ने जितने भी सेवा कार्य किए हैं उन्होंने अपने सारे रिकॉर्ड जनता के समक्ष रखे हैं और इसके लिए e book भी निकाल रही है।
उन्होंने कहा कि राजन सुशांत ने कभी जयराम ठाकुर सरकार का कार्य देखने की कोशिश ही नहीं की सिर्फ निंदा करने की कोशिश की जब जब किसी प्रकार का प्रतिनिधिमंडल जयराम ठाकुर से मिला तब तक उस प्रतिनिधिमंडल की सभी तकलीफों का तुरंत समाधान निकाला गया जैसे कि जब होटल वाले मिले और उन्होंने अपनी बिजली की समस्या रखी तो उनको तुरंत प्रभाव से 6 महीने के लिए बिजली की राहत दी गई।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने छोटे व्यापारियों के लिए अनेकों राहत कार्य किए उन्हें बिजली में भी राहत दी गई और उनको काम करने के लिए आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत बैंकों से बड़ी मात्रा में सहायता भी प्रदान की गई किसी भी प्रकार से छोटे व्यापारियों को तकलीफ ना आए इसके लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सुनिश्चित किया।उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सुन्निमार्ण कामगार कल्याण बोर्ड के तहत पंजीकृत श्रमिकों एवं मनरेगा दिहाड़ी दरों को मार्च व अप्रैल माह में 1 लाख श्रमिकों को 2000 रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई जिस पर 40 करोड़ रु खर्च आया।इस प्रकार के अनेक कार्य जयराम सरकार ने प्रदेश की जनता के हित में किए हैं जो राजन सुशांत को शायद दिखते नहीं है।